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Shri Vishwakarma Aarti

कवि दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: ब्रह्मऋषि अंगिरा जी आरती

ब्रह्मऋषि अंगिरा जी आरती 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 🕉️जय ऋषि अंगिरा, स्वामी जय ऋषि अंगिरा। परम पिता सुख दाता, हरे सकल पीरा।।🕉️ आदि सृष्टि में उपजे, गुरु पद प्राप्त किया। ब्रह्मदिक ऋषियों को, सद उपदेश दिया।। 🕉️ अथर्ववेद युग दृष्टा, बहु विधी श्रुति…
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कवि दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: मेरे जीवन का संघर्ष

लेखक की कलम से....... हा अब बात करे की परिवार क्यू टूट रहे हैं इस पर थोड़ा कलयुग की परशाई पड़ी है इस विषय पर बात कर लेते है..... मैं मारवाड़ से निकलकर सन 1967 से महाराष्ट्र में रह रहा हूं, लेकिन मारवाड़ समय-समय पर आते जाते रहा हूं। आज…
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कवि दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: श्री विश्वकर्मा आरती

श्री विश्वकर्मा आरती ******************** ॐ जय श्री विश्वकर्मा प्रभु जय श्री विश्वकर्मा, सकल सृष्टि के कर्ता रक्षक श्रुति धर्मा। आदि सृष्टि में विधि को, श्रुति उपदेश दिया, शिल्प शस्त्र का जग में, ज्ञान विकास किया।। ऋषि अंगिरा ने तप…
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