कवि दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: श्री विश्वकर्मा मंदीर जवाली
श्री विश्वकर्मा मंदीर जवाली
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उतर दैखीयो, दखण दैखीयो
देश दैखीयो, प्रदेश दैखीयो
दैखीयो सारो हिंदुस्तान
ईण मंदीर जिसो मंदीर कठे
जाँगिड़ सुथारो री आस्था अठे
विश्वकर्मा जी रो धाम अठे
आ देव भूमी है अठे
देवता रोज रोज रमे है अठे…
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