दीपक आहूजा की कलम से: सकल संसार
सकल संसार
मन में पिया की तस्वीर, इस तरह विराजमान है,
दिखती है छवि उनकी, सुंदरता का बखान है।
सकल संसार ढूँढ कर आया, नैन हो गए भारी,
अपने हृदय में डूब कर, तरने की कर ली तैयारी।
पीहू बोले, पपीहा बोले,…
Read More...
Read More...