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Rambhagat Sharma

राम भगत शर्मा की कलम से: भगवान जानते हैं कि मनुष्यों को अधर्म और अत्याचार से किस प्रकार मुक्ति…

राम भगत शर्मा (चंडीगढ़) की कलम से  चंडीगढ़: परमात्मा अपने भक्तों की पुकार सुनकर अवश्य ही उसकी रक्षा करते हैं जिस प्रकार से गणिका महानन्दा की रक्षा करने के लिए महादेव ने एक वैश्य बनकर उसकी रक्षा की और उसके एकादशी के व्रत को पूरा करवाया गया…
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रामभगत शर्मा की कलम से:रामनवमी की शुभकामनाएं

चंडीगढ़: आज नवरात्र के नौवें दिन मां सिद्धिदात्रि की पूजा अर्चना की जाती है। सिद्धिदात्री मां मोक्षदायिनी है। कुल 8 प्रकार की सिद्धियां बतलाई गई है, जिनको पाकर साधक सुख समृद्धि प्राप्त कर सकता है। मां सिद्धिदात्री की पूजा के साथ ही नवरात्र…
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रामभगत शर्मा की कलम से:राम नाम की इस अनुभूति में जो चमत्कार है उसका सहज ही अंदाजा नहीं लगाया जा…

आज का सुविचार रुपी मोती चंडीगढ़: जीवन में नैतिक मूल्यों, उच्च संस्कारों और नैतिकता को जो व्यक्ति जीवन में आत्मसात कर लेता है। ऐसा व्यक्ति ही जीवन में आध्यात्मिकता की उच्चाइयों को हासिल कर सकता है। जिसको प्रभु भक्ति का रोग लग गया है ऐसे…
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रामभगत शर्मा की कलम से:: अभिमान और अंहकार स्वयं मिलते हैं जबकि संस्कार माता- पिता से मिलते हैं

आज का सुविचार रुपी मोती  चंडीगढ़: जीवन में संस्कार और अंहकार मानव की प्रवृत्ति के अनुसार ही पल्लवित और पुष्पित होते हैं ‌। अभिमान और अंहकार स्वयं मिलते हैं जबकि संस्कार माता- पिता से मिलते हैं। जैसा कि रावण और भगवान श्री राम के चरित्र से…
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रामभगत शर्मा की कलम से:जिस व्यक्ति में करुणा, दया, परोपकार, सत्यनिष्ठा, संस्कार और उच्च आदर्शों…

आज का सुविचार रुपी मोती चंडीगढ़: जीवन में जिसमें क्रोध होता है वही क्रोध पाप और विनाश को जन्म देता है। रावण का सर्वनाश भी क्रोध के वशीभूत होने के कारण ही हुआ था। भगवान श्री राम की उदारता देखिए कि उन्होंने पहले भी अंगद को रावण को समझाने…
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रामभगत शर्मा की कलम से:जीवन में जिस व्यक्ति को अभिमान, मद और अंहकार हो जाता है उसके सभी सद्कर्म…

आज का सुविचार रुपी मोती चंडीगढ़: जीवन में जिस व्यक्ति को अभिमान, मद और अंहकार हो जाता है उसके सभी सद्कर्म नष्ट हो जाते हैं, जिस प्रकार से वरदान पाकर बाली को अभियान और अहंकार हो गया था। उसकी अंहकार और अधर्म रुपी वृत्ति का विनाश भगवान श्री…
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रामभगत शर्मा की कलम से: मेरे जीवन का सफ़नामा

प्रभु का वरदहस्त बचपन से ही सदैव ही मेरे सिर पर मैं अपने आप को बड़ा ही सौभाग्यशाली समझता हूं और प्रभु का वरद हस्त बचपन से ही सदैव ही मेरे सिर पर सदैव ही रहा है। यही कारण है कि मां का साया जन्म के 7 दिन बाद ही सिर से उठने के पश्चात भी…
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रामभगत शर्मा की कलम से:जीवन में परमेश्वर सर्वव्यापी परमात्मा भगवान शिवत्व है वहीं पर उदारता का वास…

आज का सुविचार रुपी मोती चंडीगढ़: जीवन में परमेश्वर सर्वव्यापी परमात्मा भगवान की अनुकम्पा उसी भक्त पर होती है, जो अपने जीवन में शिवत्व को आत्मसात करते हुए सदाशयता और उदारता का परिचय देते हुए निस्वार्थ भाव से समर्पित हो कर परोपकार के कार्य…
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