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Ram Bhagat Sharma

रामभगत शर्मा की कलम से: निस्वार्थ और निष्काम भाव से की सेवा ही सर्वोत्तम है

आज का सुविचार रुपी मोती चंडीगढ़: जीवन में जिस भक्त की अन्तर्आत्मा का परमेश्वर सर्वव्यापी भगवान से सीधा तादात्म्य स्थापित हो जाता है उस भक्त के मन में दया और करूणा रुपी उदात्त भावना सहज रूप से ही विकसित हो जाती है। परमात्मा का जो भक्त…
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रामभगत शर्मा की कलम से:जीवन में जिस भक्त ने प्रभू से प्रेम किया है ,उसकी आस पूरी हो जाए तो उसका…

आज का सुविचार रुपी मोती ‌ चंडीगढ़: जीवन में जिस भक्त ने प्रभू से प्रेम किया है ,उसकी आस पूरी हो जाए तो उसका जीवन सार्थक हो जाता है। श्रीरगीं ऋषि के वचन पर शबरी को विश्वास था कि एक दिन मेरे प्रभु राम आयेंगे और उनका कल्याण करेंगे। ‌भगवान…
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रामभगत शर्मा की कलम से: अंहकार मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन है

आज का सुविचार रुपी मोती चंडीगढ़: जीवन में किसी मनुष्य को सफलता मिलती है तो पहले तो वह इसे भगवान की अनुकम्पा समझता है, लेकिन वह समय के बदलते हुए परिवेश के अनुसार अंहकार का शिकार हो कर सफलता का श्रेय खुद लेने का प्रयास करता है और…
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