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poet Dalichand Jangid Satara Mumbai

कवि दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: गणेश चतुर्थी की यादें

गणेश चतुर्थी की यादें ====================== जो बीत गया जमाना वो फिर लौटकर नही आता जो हर बर्ष आते नये नये लोग वो पुराने लोग नही आते जो बीत गई गणेश चतुर्थी वो फिर लौटकर नही आती जो दो पहिया वाहन रैली का आंनद वो फिर लौटकर नही आता…
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कवि दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: टूटते परिवारों की कहानी

✍️ लेखक की कलम से...... प्राचीन काल प्राचीन समय में संयुक्त परिवारों (बड़े परिवार) की थोड़ी बात कर लेते है फिर बात करेंगे वर्तमान के बिखरते (टूटते परिवार) परिवारों की वह बिखरते परिवारों की कहानी को भी समजेंगे सविस्तार से...... प्राचीन…
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कवि दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: कवि अमर कहानी का नाम है

कवि अमर कहानी का नाम है ======================= कवि को कभी अलविदा ना कहते मेरे भाई कवि अमर कहानी का नाम है कवि अमिट साक्षी बन आया है धरातल पर कवि अमृत प्याली भर लाया है कविता की कवि भले पंचतत्वों का पूतला है मेरे भाई कवि अमर शब्दों…
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कवि दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: कानूड़ा वेगो वेगो आव

कानूड़ा वेगो वेगो आव ======================= पेला मिनकों ऊपर आवियो कोरोना रे अब संकट भारी आयो है रे सगळा गऊ माता पर रे उभी अर्ज करे गऊ माँ थाने रे काना कागदियो लिख भेजू थाने रे कानूड़ा वेगो वेगो आव रे थू तो गायो रो ग्वालो है रखवाल…
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कवि दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: चालो जी चालो रामदेवरा

चालो जी चालो रामदेवरा ##################### 🏃🏾‍♂️दर्शन करवा चालो जी राम देवजी के धाम गांव रामदेवरा रा माएं जठै रुणिचा रा राज बिराजे अठै जीणी जीणी उड़े है गुलाल थाने तो धावै है आखो मारवाड़ धावै है आखो गुजरात जी धीरत चूरमा रों भोग…
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कवि दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: अषिम कृपा विश्वकर्मा भगवान की सातारा विश्वकर्मा मंदीर

अषिम कृपा विश्वकर्मा भगवान की सातारा विश्वकर्मा मंदीर चालोजी चालो चालो म्हारा भईड़ा रे चालो चालो विश्वकर्मा जी रे धाम ओ धाम केवाऐ सातारा मंदीर पेंडसे काँलनी गेंडामाल रा माये अठै लोक लुगाईयो हाथ जोड़ करे विश्वकर्मा जी सू प्रार्थना…
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कवि दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: व्यापारी से बना कवि

🌺|| व्यापारी से बना कवि ||🌺 G.S.T के पहले मैं एक सुप्रसिद्ध व्यापारी था G.S.T ने मुझे कवि बना दिया जब से G.S.T आया तब से व्यापार को अर्जेंट ब्रेक लगा दिया समय का सदुपयोग करो सुन रखा था छोटी आयु में गुरु से इस कारण कविता लिखना…
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कवि दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: कविता लिखने की कला

कविता लिखने की कला ################### कविता लिखने की शक्ति माँ शारदे का दिया हुआ अमर अमिट प्रसाद होता है जो माँ की उपासना करने से मिलता है कवि को वन उप वन मे पेड़ो को देखकर कल कल बहती सरिता को देखकर अजब स्मर्ण से खोदाई कर…
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कवि दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: सातारा मौन है

सातारा मौन है ******** मैं सातारा शहर हूं आज मैं स्तब्ध हूं, निशब्द हूं सही सुना आपने सही पहचाना आपने हा सच है अब छुपछाप हूं मैं सातारा सुनसान है सड़के मेरे शहर की गल्ली मोहल्लें विरान है सब्जी मंडी सुनसान है बच्चें नही खेल रहे…
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कवि दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: मैं खौड रो निवासी हूँ

मैं खौड रो निवासी हूँ                                                                                   ======================= वखाण ईण गांव रा करु जितरा थोड़ा है पाली जिला मे खौड एक बिग बझार है पक्का ऊंचा ऊंचा मकान अठै खौड गाव री…
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