कवि दलीचंद जांगिड सातारा की कलम से: किताबें पढ़ना लोग भूल गये…?
किताबें पढ़ना लोग भूल गये...?
=====================
किताबें पढ़ना भूल गये है अब लोग,
अलमारी में पड़ी मन पसंद किताबें
वाचनालय में रखी ज्ञान वर्धक किताबें
हर विषय को उज्जागर करने वाली
इतिहास प्राचीन सबकों सहज बताने वाली
ज्ञान के किवाड़…
Read More...
Read More...