दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: कवि को कभी अलविदा मत कहना
कवि को कभी अलविदा मत कहना
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कवि तन से बुढ़ा भले ही हो जाएं
कवि कविताओं से हर दिन
हर पल यौवन पाता रहता है
समय का रथ चलता रहता है
कवि कविताओं के रस में
पल पल बहता रहता है
कवि का मन…
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