कवि दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: माँ की ममता
माँ की ममता
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माँ दुनिया की वो महान् दाता है
जो सब कुछ अपने प्यारे बच्चों
पर सहज लूटा देती है
जब मैं छोटा था
एक रात माँ से बोला था
माँ मुझे डर लग रहा है…
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