राम भगत शर्मा की कलम से : जीवन में कई बार मनुष्य अंहकार के वशीभूत होकर दिग्भ्रमित हो जाता है
आज का सुविचार रुपी मोती
चंडीगढ़: जीवन में कई बार मनुष्य अंहकार के वशीभूत होकर दिग्भ्रमित हो जाता है। इन्द्र देव के साथ भी ऐसा ही हुआ । उन्होंने अंहकार के कारण अपने गुरु देव बृहस्पति का अपमान और तिरस्कृत किया।
वजन घटाएं या बढ़ाएं अपने…
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