मानव तू खबर कर भगवान की
मानव तू खबर कर भगवान की
मन भावन मानव तू अब खबर कर दिव्य स्वरुप भगवान की।
आवाज आई मेरे अंत: करण से, सखी आई है ऋतु ज्ञान की।
हे जगत के मुसाफिर तू क्या पढता है, किताबों में अखबारों में
ज्ञान की तू रोशनी में जान ले पहचान ले छोड़ बात…
Read More...
Read More...