ममता शर्मा की कलम से: पुश्तेनी काम पर दिखावे का कहर
पाली/राजस्थान: कोई भी काम (कार्य) हमारी मूल पहचान होती हैं ओर इसी कारण सदियों से अपने पूर्वज नाम से पहले अपने काम की कला से पहचाने जाते थे। और आज भी ऐसा ही हैं। बस कुछ परिस्तिथियां परिवर्तीत जरूर हुई हैं।
आधुनिकता की चकाचोंध में आज का…
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