कृष्ण कुमार निर्माण की कलम से:हरियाणवी गीतिका
हरियाणवी गीतिका
इश्क भी एक बीमारी लिख दये।।
या सबत्ये भुंडी न्यारी लिख दये।।
इब्ब पेट-पाप सै सबक्ये भीतर।
माणस की हुश्यारी लिख दये।।
नेता जी की सुण इब्ब योग्यता।
झूठ-झाठ चोरी जारी लिख दये।।
कर्म जिस्से इब्ब…
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