सोनीपत: गुरु का जीवन सूर्य-चांद के तरह नि:स्वार्थ: गुप्ति सागर
सोनीपत, (अजीत कुमार): राष्ट्र संत शकाहार प्रवर्धक उपाध्याय डा. गुप्ति सागर जी महाराज ने कहा है कि गुरू मकरन्द की मानिन्द होते हैं, जो हर प्राणी के मन-प्राण और नासिका को सुरभित करते हैं। उनका जीवन सूर्य-चांद की तरह निःस्वार्थ होता है। बिना…
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