कवि दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: ब्रह्मऋषि अंगिरा जी आरती
ब्रह्मऋषि अंगिरा जी आरती
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🕉️जय ऋषि अंगिरा, स्वामी जय ऋषि अंगिरा।
परम पिता सुख दाता, हरे सकल पीरा।।🕉️
आदि सृष्टि में उपजे, गुरु पद प्राप्त किया।
ब्रह्मदिक ऋषियों को, सद उपदेश दिया।। 🕉️
अथर्ववेद युग दृष्टा, बहु विधी श्रुति…
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