डॉ. ज्योति माने से जानिये: सफल जीवन के लिये जरुरी है शरीर सुदृढ, बलवान और निरोगी हो
मुंबई/जीजेडी न्यूज: जब बालक माता के गर्भ से प्रथम पृथ्वी पर प्रवेश करता है, तब वह निर्विकार और अरश्मियुक्त होता है। परंतु बालक ज्यों ही जन्म लेकर पृथ्वी के वायुमंडल के संपर्क में आता है, तभी उस बालक के निर्विकार शरीर पर आकाश के समस्त ग्रहों…
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