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तीर्थंकर सा पुत्र उत्पन्न कर माता पिता अपने व्यक्तित्व के चरम शिखर पर पहुंचे

राष्ट्र संत उपाध्याय डा. गुप्ति सागर जी महाराज बता रहे हैं जीवन निर्माण के सूत्र और मंत्र तीर्थांकर सा पुत्र उत्पन्न कर माता पिता अपने व्यक्तित्व के चरम शिखर पर पहुंचे। वैवाहिक संबंधों को पवित्र, सुन्दर व सरल बनाएं, एक दूसरे…
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व्यक्तित्व विकास हेतू हर पल का उपयोग करना ही जीवन विकास उपक्रम है

सूत्र : हर पल जागरुक रहना है ताकि जीवन का विकास अवरुद्ध ना हो। व्यक्तित्व विकास हेतू हर पल का उपयोग करना ही जीवन विकास उपक्रम है। जीवन को उन्नत प्रगतिशील, निर्मल बनाने के लिए पल-पल कमल विकासी होना है। विश्वास ही व्यक्तित्व को…
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झुक कर चलना दृष्टि ऊपर रखना जीवन विकास का अमूल्य सूत्र है

सूत्र : अच्छे कार्य के लिए संकल्प कर मन में विश्वास उत्पन्न कर राष्ट्र संत उपाध्याय डा. गुप्ति सागर जी महाराज बता रहे हैं जीवन निर्माण के सूत्र और मंत्र नीचे झुक कर चलना और दृष्टि को ऊपर रखना जीवन विकास का अमूल्य सूत्र है। भारत की…
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विश्वास ही व्यक्तित्व को ऊंचाई देता है: गुप्ति सागर

राष्ट्र संत उपाध्याय डा. गुप्ति सागर जी महाराज बता रहे हैं जीवन निर्माण के सूत्र और मंत्र राष्ट्र संत उपाध्याय डा. गुप्ति सागर जी महाराज का कथन है कि विश्वास पर विश्वास जरूर करना विश्वास ही व्यक्तित्व की अंतिम ऊंचाई है। शब्दों का ज्ञान ओर…
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