Browsing Tag

Chaloji Chalo in satsang

कवि दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: स्वाभिमान ही सम्पत्ति हर मानव की

✍️ लेखक की कलम से.... जानदार, शानदार, ईज्जतदार यही है मेरी पहिचान...... हम मध्यमवर्गीय है जरुर पर हमे दिखावा, स्वागत, पद प्रतिष्ठा की जरुरत नही है ईन चीजों की....... वास्तविकता के इर्द गिर्द ही हमारी जीवनयात्रा है, दिखावे से हम कोसों दूर…
Read More...

राजस्थान की मायड़ बोली में: जांगिड ब्राह्मण समाज

जांगिड़ ब्राह्मण समाज ********** मैं हूं बेटो जांगिड़ रो ईण रो मने स्वभिमान है मैं जांगिड़ घर जन्म लियो विश्वकर्मा जी ने नमण करा मैं जांगिड़ परिवार मा जन्म लियो जेनाऊ जीवन भर धारण करा मैं पुजा यज्ञ करीया बिगर अन्न नाही पाणी नाही…
Read More...

कवि दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: प्रगति का मूल मंत्र

✍️ लेखक की कलम से....... मुंबई/जीजेडी न्यूज: जन्म स्थान पर पढ़ाई पूरी कर लो, संस्कार अपने माता पिता व गुरुजनों से सिखो व आयु के 18 से 21 वर्ष तक की आयु सीमा तक जन्म स्थान छोड़कर आप, 400 कि.मी, 800 कि.मी., 1200 कि.मी.तक बाहर बड़े शहर में…
Read More...

राजस्थान की मायड़ बोली में: चलोजी चालो सत्संग में

चलोजी चालो सत्संग में ====================== सत्संग री आई शुभ बेला आज भाग खुले है जांगिड समाज के आज भाग जागे है गुलाल के पधारो भक्तों पधारो सत्संग में चालो जांगिड सुथार सत्संग मेला में आज मेरे विश्वकर्मा भगवान पधारे हैं सब…
Read More...