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Ashok Sharma

अशोक शर्मा की कलम से: दीप महोत्सव-भारत महोत्सव

दीप महोत्सव-भारत महोत्सव (अशोक शर्मा) जगमगा हो रहादेश सारा, अवध सा पावन प्यारा । पूरा हो संकल्प अपना, अखण्ड भारत का जो सपना ।। दीपोत्सव भव्य ऐसा हो, सुख समृद्धि हर द्वार हो। धन वैभव की कमी न हो, यश संपदा सब में हो। स्वस्थ जीवन सबका…
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अशोक शर्मा की कलम से: शक्ति से शक्ति का वर

शक्ति से शक्ति का वर महिसासुर का मर्दन करने वाली रक्तबीज का रक्त पीने वाली शुम्भ,निशुम्भ का संहार करने वाली विश्व विजय की शक्ति का वर दे जगजननी- जगदम्बा शक्ति का वर दे। दे वर भारत को अखण्ड बनाने का विश्व गगन पर केसरिया लहराने का…
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अशोक शर्मा की कलम से: हारा हूँ, मरा नही हूँ मैं

बादलो से घिरा हुआ हूँ,क्षितिज अम्बर में ढला नही हूँ मैं। हारा हूं, मरा नही हूँ मैं। 1. द्वंद ओरो से नही मुझ से हैं, उत्तेजना से संयम का लड़ना मुझ में हैं। राहो की ठोकरों से संभलना मुझको हैं, माना थपेड़े खाये हैं समय के, इन थपेड़ो से टूटा…
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