काव्यलोक कवि दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: व्यापारी से बना कवि दलीचंद जांगिड़ || व्यापारी से बना कवि || G.S.T के पहले मैं एक सुप्रसिद्ध व्यापारी था G.S.T ने मुझे कवि बना दिया जब से G.S.T आया तब से व्यापार को अर्जेंट ब्रेक लगा दिया समय का सदुपयोग करो सुन रखा था छोटी आयु में गुरु से इस कारण कविता लिखना… Read More...