नेता हूं मैं
नेता हूं मैं
तमीज के कमीज फ़ाड़ी,
बेशर्मी का कोट पहना।
भ्रष्टाचार में लिप्त होकर,
शैतानी का पहना गहना ।
श्वेत वस्त्र धारण किए,
ठाट का है रहना सहना।
स्वार्थ की पूर्ति जहां पर,
उसी रो में मुझको बहना।
हैरान क्यों...…
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