स्मृतियां मानवता के महानायक निरंकारी बाबा की : चौबीस वर्ष पहले की गई विनती स्वीकारी
सद्गुरु के प्रति विश्वास-2
यादों के वो पल 15 मई 2008 की बात है। अपरान्ह ढ़ाई बजे का समय था। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के ऊमरी चौराहा से जब सद्गुरु बाबा जी नूरपुर के लिए रवाना होने लगे तो एक बुजुर्ग माता प्रेमवती जी, हुजूर के पास आईं…
Read More...
Read More...