सोनीपत: निगम के खिलाफ फैसला दिया तो जज के घर की बिजली काटी

बिजली काटने का विरोध जज के चपरासी ने किया तो कर्मचारियों ने कहा कि हमारे पास ऊपर से आदेश आया है। चपरासी की शिकायत पर पुलिस ने बिजली कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। वहीं बिजली निगम के अधिकारी अब सफाई दे रहे हैं कि लाइन चेक करते वक्त जज के घर की बिजली गलती से कट गई थी।

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सोनीपत, (अजीत कुमार): सोनीपत में बिजली निगम के कर्मचारियों ने सब डिविजनल जूनियर मजिस्ट्रेट के खरखौदा स्थित घर की बिजली काट दी। जज ने कुछ दिन पहले एक कंपनी के मामले में बिजली निगम के खिलाफ फैसला सुनाया था। बिजली निगम का दफ्तर सील हो गया था। इसी के एेवज में जज साहब को ही इसका खामियाजा भरना पड़ा।

बिजली काटने का विरोध जज के चपरासी ने किया तो कर्मचारियों ने कहा कि हमारे पास ऊपर से आदेश आया है। चपरासी की शिकायत पर पुलिस ने बिजली कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। वहीं बिजली निगम के अधिकारी अब सफाई दे रहे हैं कि लाइन चेक करते वक्त जज के घर की बिजली गलती से कट गई थी।

इस मामले में एक पेंच है इसको जान लेते हैं सैदपुर एरिया में स्थित कामदगिरी एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने कोर्ट में केस किया था। उनका कहना था कि कंपनी का बिजली निगम पर 35 लाख 47,499 रुपए बकाया है। बिजली निगम ने यह अतिरिक्त रकम सरचार्ज जोड़कर जमा कराई थी। बाद में पता चला कि बिजली निगम ने यह राशि ज्यादा वसूली थी। इसके बाद वह कंपनी को बकाया रकम नहीं लौटा रहे थे। कंपनी इस मामले को लेकर कोर्ट पहुंची थी।

कोर्ट में मामले की सुनवाई पहले जज डॉ. कविता कंबोज ने की। उन्होंने अपने आदेश में बिजली निगम के दफ्तर पर ताला लगवा दिया। उसके बाद बिजली निगम ने कंपनी को 5 लाख रुपए चुका दिए। फिर बाकी पेमेंट नहीं चुकाई। जिसके बाद कंपनी दोबारा कोर्ट पहुंच गई। कंपनी के दोबारा कोर्ट पहुंचने पर इसकी सुनवाई एसडीजेएम विक्रांत ने आदेश जारी किए कि जब तक कंपनी को अतिरिक्त वसूले रुपए नहीं मिलते, तब तक इनके दफ्तर को ताला लगाया जाए। इसके अलावा उनकी संपत्ति को अटैच किया जाए।

इस मामले में जज के चपरासी की तरफ से दी शिकायत में बताया गया कि गुरुवार रात 8 बजे बिजली निगम के दो कर्मचारी गार्ड रूम में आए। उन्होंने कहा हमारे पास ऊपर से जज के घर का कनेक्शन काटने का आदेश है। गार्ड रूम में तैनात एसपीओ वीरेंद्र सिंह ने फोन करके चपरासी को इसकी सूचना दी।

जिसके बाद चपरासी ने बिजली कर्मचारियों को अंदर नआने देने को कहा। इसके बाद बिजली कर्मचारियों ने एसपीओ वीरेंद्र सिंह का फोन छीन लिया। इसके बाद उन्होंने चपरासी से कहा कि हमें इस घर की बिजली काटने का आदेश ऊपर से आया है। बिजली निगम के कर्मचारियों ने पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस के पीछे की ओर से आ रही खंभे की बिजली काट दी। चपरासी ने कहा कि इसकी वजह से सरकारी काम में देरी हुई है। बिजली कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

खरखौदा थाने के एएसआई संजय कुमार ने बताया कि वह गुरूवार रात को खरखौदा बस स्टैंड के पास टीम के साथ गश्त पर थे। खरखौदा थाने के सरकारी मोबाइल से उन्हें एसडीजेएम विक्रांत के खरखौदा के सरकारी आवास पर बुलाया गया। सरकारी आवास पर चपरासी अनिल कुमार ने शिकायत दर्ज कराई। इस पर पुलिस ने बिजली कर्मियों के खिलाफ खरखौदा थाने में केस दर्ज कर लिया।

दूसरी ओर खरखौदा बिजली निगम के एसडीओ रवि कुमार ने बताया कि बिजली कर्मचारी लाइन चेक कर रहे थे। जज के आवास की लाइन गलती से कट गई थी। जैसे ही इसका पता चला, 5 मिनट में लाइन को दोबारा जोड़कर जज के आवास की बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई। निगम मामले की जांच कर रहा है।

 

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