सोनीपत: गांव पिनाना वृद्ध रूरल टूरिज्म विकास नियोजन, 200 लोगों का मिलेगा रोजगार

कुलपति प्रो.अनायत ने कहा कि दीनबंधु छोटू राम सदैव उनके आदर्श रहे हैं। दीनबंधु छोटू राम ही ऐसे व्यक्तित्व हैं जिनको भारत, पाकिस्तान व बांग्लादेश में आज भी उनका नाम सम्मान के साथ लिया जाता है। शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है जिसके माध्यम से हम अपने देश को अग्रणी देशों की श्रेणी में शामिल कर सकते हैं।

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  • डीक्रस्ट ने राजस्थान के नीमराना बावड़ी का जलाशय उत्थान नियोजन तैयार किया
  • कुलपति प्रो. राजेंद्र कुमार अनायत को दी विदाई  

सोनीपत: दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल के कुलपति प्रो.राजेंद्र कुमार अनायत विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त हो गए हैं। शैक्षिक व गैर शैक्षणिक संघ ने कुलपति प्रो. अनायत को भावभीनी विदाई दी। प्रो. अनायत ने कहा कि हरियाणा के सोनीपत में गांव पिनाना में एक वृद्ध रूरल टूरिज्म विकास नियोजन जबकि राजस्थान के नीमराना बावड़ी का जलाशय उत्थान नियोजन तैयार किया। यह दोनों प्रोजेक्ट विश्वविद्यालय के आर्किटेक्चर विभाग द्वारा तैयार किए गए हैं।

कुलपति प्रो.अनायत ने कहा कि दीनबंधु छोटू राम सदैव उनके आदर्श रहे हैं। दीनबंधु छोटू राम ही ऐसे व्यक्तित्व हैं जिनको भारत, पाकिस्तान व बांग्लादेश में आज भी उनका नाम सम्मान के साथ लिया जाता है। शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है जिसके माध्यम से हम अपने देश को अग्रणी देशों की श्रेणी में शामिल कर सकते हैं।

कुलसचिव प्रो.सुरेश कुमार ने कुलपति प्रो.अनायत को स्मृति चिन्ह भेंट किया परीक्षा नियंत्रक डा.धनखड़, डीक्रूटा के अध्यक्ष प्रो.सुरेंद्र दहिया, विभिन्न विभागों, अधिकारियों, कर्मचारियों व सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने कुलपति प्रो.अनायत के कार्यकाल की प्रशंसा की।

कुलपति के रूप में प्रों. अनायत के कार्यकाल का बुधवार को आखिरी दिन था, आखिरी दिन भी वे अपने कर्तव्य का निर्वहन करते रहे। हरियाणा सरकार की रूरल टूरिज्म नीति को कार्यान्वित करते हुए सोनीपत जिले के गांव पिनाना का एक वृद्ध रूरल टूरिज्म विकास नियोजन का निरीक्षण किया।

कुलपति प्रो. अनायत ने प्रों. विजय शर्मा व सभी टीम सदस्यों को बधाई दी। प्रोजेक्ट के कोर्डिनेटर प्रों. विजय शर्मा ने बताया कि इस प्रोजेक्ट को आईआई दिल्ली द्वारा वित्त पोषित किया गया है। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से लगभग ग्राम के 200 व्यक्तियों को रोजगार मिलेगा व ग्रामीणों की आमदनी में इजाफा होगा। राजस्थान प्रदेश की नीमराना बावड़ी का जलाशय उत्थान नियोजन तैयार किया गया, इस प्रोजेक्ट को भारत सरकार की एआईसीटीई द्वारा वित्त पोषित किया गया है।

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