सोनीपत: भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय में छठे पुस्तक मेले का हुआ समापन
कुलसचिव ने कहा कि पुस्तक इंसान का सच्चा साथी है। सब चीजों का बंटवारा संभव है लेकिन ज्ञान एक ऐसा वृक्ष है जो केवल फल ही फल देता है। ज्ञान को हम जितना बाटेंगे उतना ही बढ़ेगा।
सोनीपत: भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय खानपुर कलां में चल रहे छठे पुस्तक मेले का गुरूवार को समापन किया गया। दो दिवसीय पुस्तक मेले का आयोजन महिला विवि के मुख्य लाइब्रेरियन प्रोफेसर अशोक वर्मा द्वारा करवाया गया था। पुस्तक मेले के समापन सत्र में महिला विवि की कुलसचिव डॉ नीलम मलिक बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
कुलसचिव ने कहा कि पुस्तक इंसान का सच्चा साथी है। सब चीजों का बंटवारा संभव है लेकिन ज्ञान एक ऐसा वृक्ष है जो केवल फल ही फल देता है। ज्ञान को हम जितना बाटेंगे उतना ही बढ़ेगा। आज विवि में पुस्तक मेले के रूप में जो ज्ञान की गंगा बह रही है वो निश्चित ही छात्राओं व शिक्षकों को लाभान्वित करेगी।
पुस्तक मेले में आए नेशनल बुक ट्रस्ट के प्रभारी सुरेश कुमार ने बताया कि छात्राओं ने लिटरेचर, बाल साहित्य की पुस्तकों को खरीदने व देखने पर जोर दिया है। वही सेगमेंट पब्लिकेशन के प्रभारी रजत कपूर ने बताया कि उनके पास टेक्स्ट का ज्यादा कलेक्शन है जिसमें रिसर्च स्कॉलर ने ज्यादा रुचि दिखाई है क्योंकि उनकी किताबें पीए डी का काम पूरा करने में मददगार है।
पुस्तक मेले की आयोजक प्रो अशोक वर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कही गयी बात पढऩे से बड़ा कोई आनंद नहीं और ज्ञान से बड़ी कोई ताकत नहीं को दोहराते हुए कहा कि यह बात परम सत्य है। आज हम इस बात को चरितार्थ कर रहे है। प्रो वर्मा ने बताया कि पुस्तक मेले में इ -बुक, डाटा बेस, वेब बेस सोलूशन और ई -जनरल को लेकर छात्राओं ने उत्साह दिखाया है जो भविष्य शुभ संकेत है । उन्होंने कहा कि ई-पब्लिकेशन के माध्यम से डिजिटल लाइब्रेरी को और समृद्ध करना उनका लक्ष्य है। महिला विवि के समस्त चेयरपर्सन व प्राध्यापक मौजूद रहे।
Gyanjyotidarpan.com पर पढ़े ताज़ा व्यापार समाचार (Business News), लेटेस्ट हिंदी समाचार (Hindi News), बॉलीवुड, खेल, क्रिकेट, राजनीति, धर्म और शिक्षा से जुड़ी हर ख़बर। समय पर अपडेट और हिंदी ब्रेकिंग न्यूज़ के लिए समाचार अनुभव को बेहतर बनाएं। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट ज्ञान ज्योति दर्पण पर पढ़ें।
हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े
Gyan Jyoti Darpan
Comments are closed.