सोनीपत: विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ शिक्षक व कर्मचारियों का विरोध
डॉ. अजय कुमार के नेतृत्व में शिक्षक व कर्मचारियों का आंदोलन विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जारी है। सोमवार को काले बिल्ले लगाकर जमकर नारेबाजी की गई। जुलाई माह का वेतन नहीं मिलने से कर्मचारी त्यौहार नहीं मना पाएंगे और लोन की किस्त भी नहीं चुका पाएंगे।
सोनीपत, (अजीत कुमार): डीसीआरएसटी के प्रधान डॉ. अजय कुमार ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया है, जिसके कारण कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पा रहा है। मुख्यमंत्री के उद्घाटन के बाद से राष्ट्र ध्वज उद्घाटन स्थल से गायब है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने जिला प्रशासन के सहयोग से दिव्यांग कर्मचारी की इलैक्शन ड्यूटी लगाई है।
डॉ. अजय कुमार के नेतृत्व में शिक्षक व कर्मचारियों का आंदोलन विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जारी है। सोमवार को काले बिल्ले लगाकर जमकर नारेबाजी की गई। जुलाई माह का वेतन नहीं मिलने से कर्मचारी त्यौहार नहीं मना पाएंगे और लोन की किस्त भी नहीं चुका पाएंगे। विश्वविद्यालय में 50 लाख रुपये से अधिक की लागत का 135 फुट ऊंचा राष्ट्र ध्वज जनवरी 2024 के बाद से गायब है। यदि ध्वज शीघ्र नहीं लगाया गया तो शिक्षक व कर्मचारी 15 अगस्त को अपनी जेब से पैसा एकत्रित करके ध्वज फहराएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिव्यांगों के सम्मान की बात के विपरीत, विश्वविद्यालय प्रशासन ने दिव्यांग कर्मचारी की इलैक्शन ड्यूटी लगाई है, जबकि सक्षम अधिकारियों की ड्यूटी नहीं लगाई गई। डॉ. अजय कुमार ने कहा कि कुलसचिव और उपकुलसचिव ने अपनी ड्यूटी कटवा ली, लेकिन दिव्यांग कर्मचारी तीन महीने लगातार ड्यूटी करने को मजबूर होगा।
विरोध प्रदर्शन में डॉ. अजय कुमार, प्रो. एम.एन. मिश्रा, प्रो. संजीव इंदौरा, प्रो. राजेश्वर, डॉ. अजमेर सैनी, डॉ. ज्ञानेंद्र सिंह, डॉ. ललित यादव, डॉ. स्नेह, नोन टीचिंग उपप्रधान सुरेश कुमार, महेंद्र सैनी सहित अन्य कर्मचारी शामिल रहे।
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