सोनीपत: कारगिल से दिल्ली साइकिल यात्रा पर निकाला लिटिल मास्टर का स्वागत       

आरव के पिता डॉ. अतुल भारद्वाज जो मैक्स अस्पताल दिल्ली में स्पाइन सर्जन हैं। आरव के साथ साइकिल चलाई। आरव और डॉ. अतुल का नाम एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ है। रास्ते में भारी भीड़ और गणमान्य व्यक्तियों द्वारा आरव का समर्थन, उत्साहवर्धन और आशीर्वाद दिया गया।

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सोनीपत, (अजीत कुमार): कारगिल से दिल्ली की साइकिल यात्रा पर गांव कंसाला के 12 वर्षीय आरव भारद्वाज यात्रा कर रहे हैं। उनका खरखौदा पहुंचने पर फूलमालाओं से स्वागत किया गया।  आरव हेरिटेज स्कूल, रोहिणी,  दिल्ली में 8वीं कक्षा में पढ़ता है। वर्ष 2022 में उसने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर  मेमोरियल मोइरांग, मणिपुर से राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, नई दिल्ली तक 2612 किलोमीटर की साइकिल यात्रा की थी। यात्रा को मणिपुर के  मुख्यमंत्री,  एन. बीरेन सिंह ने 14 अप्रैल 2022 को हरी झंडी दिखाई थी और 15 मई 2022 को यह समाप्त हुई। उन्हें एक समारोह में भारतीय सेना द्वारा सशस्त्र बल पदक से सम्मानित किया गया था।

आरव के पिता डॉ. अतुल भारद्वाज जो मैक्स अस्पताल दिल्ली में स्पाइन सर्जन हैं। आरव के साथ साइकिल चलाई। आरव और डॉ. अतुल का नाम एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ है। रास्ते में भारी भीड़ और गणमान्य व्यक्तियों द्वारा आरव का समर्थन, उत्साहवर्धन और आशीर्वाद दिया गया।

उसकी साइकिल यात्रा पर हिंदी और अंग्रेजी में बनी एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म 23 जनवरी, 2023 को नेताजी के 126वें जन्म दिवस पर दिल्ली में रिलीज की गई थी। जिसमें आरव को विदर्भ फिल्म महोत्सव पुरस्कार जीता था।

कारगिल नायकों को श्रद्धांजलि देने के लिए 26 जुलाई, 2024 को कारगिल युद्ध स्मारक से आरव ने साइकिल यात्रा शुरू करने और राष्ट्रीय युद्ध स्मारक नई दिल्ली में इसका समापन करने के लिए खुद को तैयार किया। इस विचार को ध्यान में रखते हुए उसने “साइकिल यात्रा” शुरू करने का फैसला किया। जिसमें वह कारगिल युद्ध स्मारक, कारगिल, लद्दाख से राष्ट्रीय युद्ध स्मारक इंडिया गेट, नई दिल्ली तक 1,200 किलोमीटर की दूरी तय करेगा। इस यात्रा के दौरान वह कारगिल नायकों के परिवारों, बडगाम युद्ध स्मारक, अटारी बॉर्डर, जलियांवाला बाग  और शहीद-ए-आजम शहीद भगत सिंह के गांव खटकड कलां स्थित संग्रहालय गया है।

उसकी यह साइकिल यात्रा लद्दाख, जम्मू और कश्मीर, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा से होकर गुजरी है और 8 अगस्त, 2024 को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक इंडिया गेट पर समाप्त होगी। द्रास/कारगिल 24 और 25 जुलाई को आरंभ हुई सोनमर्ग, श्रीनगर, बनिहाल, उधमपुर, जम्मू, दीनानगर/गुरदासपुर, अटारी बॉर्डर/अमृतसर, जालंधर, चंडीगढ़, करनाल, रोहतक से होते हुए गुरुवार को खरखौदा पहुंचे हैं।

 

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