सोनीपत: डिजिटल युग में साइबर अपराधों से बचाव के लिए सावधान रहें: पुलिस

पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि भीड़भाड़ वाले स्थानों पर ब्लूटूथ का उपयोग करते समय सावधानी बरतें। अज्ञात डिवाइस से आने वाली ब्लूटूथ कनेक्ट रिक्वेस्ट स्वीकार न करें।

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सोनीपत, (अजीत कुमार): सोनीपत पुलिस प्रवक्ता एएसआई रविन्द्र सिंह ने बताया कि डिजिटल क्रांति के इस युग में ज्यादातर काम ऑनलाइन हो गए हैं। शॉपिंग, बिल भुगतान, बैंकिंग के लिए मोबाइल, लैपटॉप या अन्य डिवाइस का प्रयोग कर करते हैं। इस दौरान साइबर अपराधी आपके उपकरणों को हैक कर डाटा चुरा सकते हैं।

धोखेबाज सोशल मीडिया या व्हाट्सएप पर मुफ्त ट्रेडिंग टिप्स का लालच देकर पीड़ितों को अज्ञात व्हाट्सएप समूहों में जोड़ते हैं और निवेश के लिए राजी करते हैं। वे पीड़ितों को नकली लाभ दिखाते हैं और पैसे जमा करवाते हैं। सत्यापित करें कि ट्रेडिंग एप्लिकेशन सेबी और आरबीआई-पंजीकृत है या नहीं। किसी से पासवर्ड या ओटीपी सांझा न करें। संदिग्ध लिंक से बचें और तुरंत साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) या हेल्पलाइन 1930 पर रिपोर्ट करें। डिजिटली हाउस अरेस्ट धोखेबाज खुद को कानून प्रवर्तन अधिकारी बताकर पीड़ितों को डराते हैं और उनसे पैसे मांगते हैं। इसके लिए बचाव के सुझाव हैं कि ऐसी किसी भी कॉल को साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर रिपोर्ट करें या राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) पर दर्ज कराएं।

पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि भीड़भाड़ वाले स्थानों पर ब्लूटूथ का उपयोग करते समय सावधानी बरतें। अज्ञात डिवाइस से आने वाली ब्लूटूथ कनेक्ट रिक्वेस्ट स्वीकार न करें।

अगर सावधानी के बावजूद साइबर फ्रॉड हो जाए, तो घबराएं नहीं। तुरंत साइबर हेल्प डेस्क नंबर 1930, अपने बैंक और नजदीकी पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट करें। साइबर क्राइम पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराएं। ऑनलाइन लोन फर्जी ई-केवाईसी, क्रेडिट कार्ड स्कैम, सोशल मीडिया ब्लैकमेलिंग, फर्जी शादी के प्रस्ताव, सामान खरीदते समय भुगतान सावधानी से करें। नौकरी या लोन के नाम पर कभी भी ऑनलाइन पैसे न भेजें। रिश्तेदार बनकर ठगने वालों की पुष्टि करें।

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