समालखा: सामाजिक सेवाओं के लिए 22 समाज सेवक सम्मानित
ऋषि पाल भदाना ने अपनी देशभक्ति एवं सामाजिक कविताओं के माध्यम से उपस्थित जनों को भारतीय संस्कृति से रूबरू कराया और जनसंदेश देते हुए कहा कि मौत आनी निश्चित है पर कायरो की मौत ना मरो।
समालखा, (अजीत कुमार): आर्य समाज गांव आटा जिला पानीपत हरियाणा की तरफ से राष्ट्र की एकता अखंडता खुशहाली एवं सामाजिक समरसता के लिए आर्य समाज प्रधान डॉ. नायब सिंह आर्य की अध्यक्षता में राष्ट्रीय भ्रातृ यज्ञ समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें यज्ञ के ब्रह्मा आचार्य सुश्रुत थे। जिसमें मुख्य अतिथि वैचारिक क्रांति के राष्ट्रीय कवि एवं राष्ट्र भ्रातृ यज्ञ के संयोजक ऋषिपाल भदाना जिला सोनीपत हरियाणा के साथ आर्य समाज प्रधान डॉ. नायब सिंह आर्य, मंत्री अशोक आर्य, नरेश आर्य, सतनारायण आर्य, ओमप्रकाश आर्य, मास्टर रमेश आर्य, संदीप आर्य के राष्ट्र भ्रातृ में सैकड़ो लोगों ने आहुतियां देकर राष्ट्र के प्रति सच्चे प्रेम करने वाले महापुरुषों एवं शहीदों को नमन करते हुए राष्ट्र के प्रति उनकी सच्ची सेवाओं को नमन किया गया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय की उन्नति एवं खुशहाली के लिए पौधारोपण भी किया गया एवं 22 समाज सेवकों को उनकी सामाजिक सेवाओं के लिए सम्मानित भी किया गया। इस खास मौके पर ऋषि पाल भदाना ने कहा कि महर्षि दयानंद के अनुसार संसार में जितने भी श्रेष्ठ कार्य हैं वे यज्ञ कहलाते हैं। इसीलिए उन्होंने अपने जीवन के कार्यकाल के समय श्रेष्ठ कार्यों पर बल देते हुए कहा कि जिसमें ब्रह्म यज्ञ, देव यज्ञ, पितृ यज्ञ, बलीईश्वर यज्ञ और अतिथि यज्ञ थे। इसी तरह हमारे देशवासियों को श्रेष्ठ कार्य करके उनके विचारों व आदर्शो को अपनी दिनचर्या में अपना कर उनको सच्ची श्रद्धांजलि देनी चाहिए।
ऋषि पाल भदाना ने अपनी देशभक्ति एवं सामाजिक कविताओं के माध्यम से उपस्थित जनों को भारतीय संस्कृति से रूबरू कराया और जनसंदेश देते हुए कहा कि मौत आनी निश्चित है पर कायरो की मौत ना मरो। आजादी मिलती है त्याग और बलिदान से। इसके लिए अपने आप को परिपूर्ण रूप से तैयार करो और दुनिया पूजे इस भारत की मिट्टी को आज ऐसी मिलकर हुंकार भरो।
इस अवसर पर आर्य समाज के प्रधान डॉ. नायब सिंह आर्य ने मुख्य अतिथि ऋषि पाल भदाना कस गांव में स्वागत किया। कार्यक्रम में उपस्थित जनों का धन्यवाद किया। मंच का संचालन अशोक आर्य ने किया। इस अवसर पर महिंद्रा आर्य, मनोज आर्या, मनोज आर्या, मोहित आर्य, दीपक आर्य, संदीप आर्य और मानव आर्या उपस्थित रहे।