पथिक
पथिक एक है, और पथ हज़ार,
दुविधाग्रस्त है, मन का संसार।
अमर शाश्वत, क्या इस जग में,
विषय विकार पड़े, हर पग पे।
कठिन हो गई, जग की हर रीत,
कैसा आलिंगन, कैसी ये प्रीत।
अंतर्मन में उठता, गहन सवाल,
छोटी सी देह में, हृदय विशाल।
अपार प्रेम, ये समर्पण का भाव,
चित्त में गति विचार का अभाव।
यात्रा करी, कर नियती स्वीकार,
पथिक हूँ एक, हर पथ से प्यार।
दीपक आहूजा लेखक, कवि, उद्यमी और व्यवसायी।।
Gyanjyotidarpan.com पर पढ़े ताज़ा व्यापार समाचार (Business News), लेटेस्ट हिंदी समाचार (Hindi News), बॉलीवुड, खेल, क्रिकेट, राजनीति, धर्म और शिक्षा से जुड़ी हर ख़बर। समय पर अपडेट और हिंदी ब्रेकिंग न्यूज़ के लिए समाचार अनुभव को बेहतर बनाएं। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट ज्ञान ज्योति दर्पण पर पढ़ें।
हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े
Gyan Jyoti Darpan
I am constantly invstigating online for articles that can benefit me. Thx!
Nice post. I learn something more challenging on different blogs everyday. It will always be stimulating to read content from other writers and practice a little something from their store. I’d prefer to use some with the content on my blog whether you don’t mind. Natually I’ll give you a link on your web blog. Thanks for sharing.