एक्सक्लूसिव स्टोरी: राई,कुंडली 31 सौ औद्योगिक इंकाइयाें को 1.4 लाख का लोस
कुंडली इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के प्रधान सुभाष गुप्ता ने बताया की किसान आंदोलन की वजह से रोजाना कुंडली इंडस्ट्री एरिया को लगभग 18 हजार करोड रुपए से ज्यादा का प्रोडेक्शन का नुकसान हो रहा है। कुंडली इंडस्ट्री एरिया में लगभग 1300 इंडस्ट्री चल रही हैं। माल ना आने की वजह से प्रोडक्शन नहीं हो पा रहा है। कुंडली इंडस्ट्रियल एरिया का माल यूरोप और मिडिल ईस्ट के देशों में और भारत के लगभग हर राज्य में जाता है कुंडली इंडस्ट्रियल एरिया में हर प्रकार की फैक्ट्री लगी हैं।
- डेढ लाख कर्मचारी काम करते हुए हैं लेकिन 50 प्रतिशत ही पहुंच पा रहे हैं
- इंडस्ट्री का उत्पादन 50 प्रतिशत घटा, लागत बढी, आय घटी
सोनीपत, 23 फरवरी (नरेंद्र शर्मा परवाना): जिला सोनीपत में राई और कुंडली औद्योगिक क्षेत्र में 31 सौ इंडरस्ट्री हैं जिनमें डेढ लाख कर्मचारी काम करते हैं प्रतिदिन लगभग 28 हजार करोड रुपये का उत्पादन, करोबार होता है। लेकिन किसान आंदोलन के चलते रास्ते बंद हो गए जिससे 50 प्रतिशत कारेाबार में आर्थिक क्षति हुई है। दस दिन में लगभग 1.40 लाख करोड़ रुपये का उत्पादन प्रभावित हुआ है।
कुंडली इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के प्रधान सुभाष गुप्ता ने बताया की किसान आंदोलन की वजह से रोजाना कुंडली इंडस्ट्री एरिया को लगभग 18 हजार करोड रुपए से ज्यादा का प्रोडेक्शन का नुकसान हो रहा है। कुंडली इंडस्ट्री एरिया में लगभग 1300 इंडस्ट्री चल रही हैं। माल ना आने की वजह से प्रोडक्शन नहीं हो पा रहा है। कुंडली इंडस्ट्रियल एरिया का माल यूरोप और मिडिल ईस्ट के देशों में और भारत के लगभग हर राज्य में जाता है कुंडली इंडस्ट्रियल एरिया में हर प्रकार की फैक्ट्री लगी हैं। सबसे ज्यादा स्टेनलेस स्टील का काम है। जूते चप्पल, खिलौन, आॅटोमोबाइल स्पेयर पार्ट बनते हैं। कभी किसान आंदोलन कभी जाट आरक्षण इससे कारोबार प्रभावित होता है। पिछले किसान आंदोलन में इंडस्ट्री को 5हजार करोड रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ था। हमारी सरकार से गुजारिश है कि आंदोलन तो शंभू बॉर्डर पर चल रहा है लेकिन सिंधु बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर रखी है। यहां पर काम से कम हमें एक लाइन का रास्ता तो सरकार दे दे जिससे माल की आवा जाई हो सकें।
राई इंडस्ट्री एरिया के उद्योगपति प्रधान महेंद्र गोयल ने कहा की राई औद्योगिक क्षेत्र के अंदर लगभग 1800 फैक्ट्रियां हैं, लगभग एक लाख वर्कर काम करता है। राई में ज्यादातर पैकेजिंग, फार्मा, आटोमोबाइल से संबंधित काम होता है। घंटों लंबा जाम लग रहा है। वर्कर को पहुंचने में दिक्कत आ रही है। प्रोडक्शन नहीं हो पा रहा है जो रास्ता आधे घंटे का है वहां पर दो से तीन घंटे लग रहे हैं। 50 प्रतिशत उत्पादन नहीं हो पा रहा है। कच्चा माल आ नहीं पा रहा है उत्पाद किया माल पार्टी तक पहुंचा नहीं पा रहे हैं। जो माल का आना जाना हो भी रहा है तो दस पर किराया गढ गया है। पिछले समय जब किसान आंदोलन हुआ था तब कई फैक्ट्रियां बंद हो गई थी। बैंकों के लोन की किस्त समय पर न जाने की वजह से ब्याज बढ़ता जा रहा था और अब फिर से व्यापारी वर्ग सड़क पर खड़ा है, सरकार हमारे लिए समस्याओं का समाधान निकाले।
राई इंडस्ट्री के उद्योगपति भारत भूषण वासुदेव ने बताया कि हमारा सारा माल दिल्ली से आता है। सिंघु बॉर्डर ब्लॉक होने की वजह से दाएं बाएं के जो छोटे रास्ते हैं वहां से आने में हमें लगभग दुगना समय लगता है। दुगना खर्च पड़ता है। इससे ईंधन की बर्बादी हो रही है। समय की बर्बादी हो रही है। प्रोडक्शन नहीं हो पा रहा है। जब तक रॉ मैटेरियल हमारे पास नहीं होगा तो हम अपने ग्राहकों को माल की पूर्ति कैसे करेंगे सरकार हमारी समस्याओं का समाधान जल्द करें।
उद्योगपति राम यादव का कहना है कि किसान आंदोलन की वजह से हमें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जो गाड़ी माल लेकर आ रही थी गाड़ी में सीएनजी खत्म हो जाती है, ड्राइवर परेशान है, हमारा जो काम धंधा है वह आधा हो गया है। दिल्ली से टेक्निकल एक्सपर्टस आते हैं। वह दिल्ली से आते हैं लेकिन बंद होने की वजह से पहुंच नहीं पा रहे। जिसकी वजह से हमारा प्रोडक्शन प्रभावित हो रहा है।
व्यापार मंडल सोनीपत के अध्यक्ष संजय सिंगला ने बताया कि किसान आंदोलन की वजह से दुकानदारों को प्रतिदिन करीब एक सौ करोड रुपए से ज्यादा का नुकसान हो रहा है। आंदोलन किसानों का है लेकिन व्यापारी वर्ग इसे भुगत रहा है माल की आवा जाई बंद हो रखी है। बॉर्डर सील किए हुए हैं। दुकानदारों को दुकान का किराया, बैंकों से लिया हुआ लोन की किस्त माफ नहीं होती है इसलिए सरकार इसका समाधान निकाले।
Gyanjyotidarpan.com पर पढ़े ताज़ा व्यापार समाचार (Business News), लेटेस्ट हिंदी समाचार (Hindi News), बॉलीवुड, खेल, क्रिकेट, राजनीति, धर्म और शिक्षा से जुड़ी हर ख़बर। समय पर अपडेट और हिंदी ब्रेकिंग न्यूज़ के लिए समाचार अनुभव को बेहतर बनाएं। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट ज्ञान ज्योति दर्पण पर पढ़ें।
हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े
Gyan Jyoti Darpan
Comments are closed.