चंडीगढ़: देश की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए सरकार, पूरा देश व सभी राजनीतिक दल सरकार के साथ – दीपेन्द्र हुड्डा
हुड्डा ने कठुआ के आतंकी हमले में शहीद सैनिकों की शहादत को नमन किया और कहा कि जिस क्षेत्र में हमेशा शांति रही, आज वह क्षेत्र आतंकी हमलों की चपेट में है। जम्मू में पहली बार ऐसी स्थिति बनी है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वह इस पर संज्ञान ले और सभी आवश्यक कदम उठाए। हमारे लिए देश की सुरक्षा सर्वोपरि है।
- सरकार आतंकवाद को उसी भाषा में जवाब दे – दीपेन्द्र हुड्डा
- हमारे लिये देश हित और देश की सुरक्षा सर्वोपरि – दीपेन्द्र हुड्डा
- पहली बार ऐसा हो रहा है कि आतंकी कश्मीर घाटी से ध्यान हटाकर जम्मू क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित कर रहे – दीपेन्द्र हुड्डा
- सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए– दीपेन्द्र हुड्डा
- दीपेंद्र हुड्डा ने कठुआ के आतंकी हमले में मातृभूमि के लिये सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीद सैनिकों की शहादत को नमन किया
चंडीगढ़, (अजीत कुमार): सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने आज प्रेस वार्ता में सरकार से आतंकवाद को कठोरता से जवाब देने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार आतंकवाद से लड़ने के लिए जो भी कदम उठाएगी, उसके साथ सभी राजनीतिक दल और देशवासी मजबूती से खड़े रहेंगे। कांग्रेस पार्टी हमेशा जिम्मेदार विपक्ष के रूप में सरकार का सहयोग करने के लिए तत्पर है।
हुड्डा ने कठुआ के आतंकी हमले में शहीद सैनिकों की शहादत को नमन किया और कहा कि जिस क्षेत्र में हमेशा शांति रही, आज वह क्षेत्र आतंकी हमलों की चपेट में है। जम्मू में पहली बार ऐसी स्थिति बनी है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वह इस पर संज्ञान ले और सभी आवश्यक कदम उठाए। हमारे लिए देश की सुरक्षा सर्वोपरि है।
दीपेन्द्र हुड्डा ने जम्मू क्षेत्र में बढ़ती आतंकी घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि एक महीने में यह पांचवां हमला है। सरकार को इन घटनाओं को गंभीरता से लेना चाहिए। पहली बार आतंकियों ने कश्मीर घाटी से ध्यान हटाकर जम्मू क्षेत्र को अपना नया केंद्र बनाया है। इसका प्रमुख कारण लद्दाख में सैन्य तैनाती के कारण जम्मू क्षेत्र में सैन्य तैनाती में आई कमी है।
उन्होंने कहा कि 2023 में आतंकी हमलों में मारे गए आम नागरिक और सुरक्षा बलों का प्रतिशत 48% था, जो 2004 के 46% से भी अधिक है। यूपीए सरकार के समय हताहतों की संख्या में काफी कमी आई थी। हुड्डा ने कहा कि लगातार हो रहे आतंकी हमलों का हल कठोर कार्रवाई से होगा, न कि खोखले वादों और झूठे भाषणों से।
दीपेन्द्र हुड्डा ने सरकार की ढुलमुल विदेश नीति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मालदीव और नेपाल जैसे देश भी भारत को आंख दिखा रहे हैं। पाकिस्तान, जो बेरोजगारी और गरीबी से जूझ रहा है, फिर भी आतंकी घटनाओं को प्रायोजित करने का दुस्साहस कर रहा है।
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