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कृष्ण कुमार निर्माण की कलम से: चार मुक्तक
चार मुक्तक
चल अब तू भूल ही जा मुझे सनम।
अपने दिल की कैद से आजाद कर।।
मेरे दिल से निकलकर उड़ जा अब।
इस तरह से तू मेरी कुछ इमदाद कर।।
सबसे हंसकर मिला कीजिए।
मत कभी कोई गिला कीजिए।।
उसकी तो फितरत है…
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कृष्ण कुमार निर्माण की कलम से: दो मुक्तक part -2
कृष्ण कुमार निर्माण
दो मुक्तक
जो दिल के करीब हो उसे मीत कहते हैं।
दिल में जो उतर जाए उसे गीत कहते हैं।।
बकि सब तो है बस खानापूर्ति ही निर्माण।
इश्क में हार जाने को ही जीत कहते हैं।।
सीने में हम…
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कृष्ण कुमार निर्माण की कलम से: दो मुक्तक
दो मुक्तक
यादों को सीने से लगाकर रखता हूँ।
मैं अपने दिल को बहलाकर रखता हूँ।।
कहीं मेरा महबूब दुखी ना हो जाए बस।
इसलिए अपने जख्म छुपाकर रखता हूँ।।
इस तरह से जीवन बशर कर लूंगा मैं।
तेरे ख्यालों से सुहानी डगर…
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रामभगत शर्मा की कलम से:: अभिमान और अंहकार स्वयं मिलते हैं जबकि संस्कार माता- पिता से मिलते हैं
आज का सुविचार रुपी मोती
चंडीगढ़: जीवन में संस्कार और अंहकार मानव की प्रवृत्ति के अनुसार ही पल्लवित और पुष्पित होते हैं । अभिमान और अंहकार स्वयं मिलते हैं जबकि संस्कार माता- पिता से मिलते हैं। जैसा कि रावण और भगवान श्री राम के चरित्र से…
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रामभगत शर्मा की कलम से:जीवन में वह भक्त बड़ा ही परम सौभाग्यशाली है जिसको सर्वेश्वर भगवान की भक्ति…
आज का सुविचार रुपी मोती।
चंडीगढ़: जीवन में वह भक्त बड़ा ही परम सौभाग्यशाली है जिसको सर्वेश्वर भगवान की भक्ति की खुमारी चढ़ गई है और जिसको यह असाध्य रोग लग गया तो समझो उसका जीवन धन्य हो गया क्योंकि इस आध्यात्मिक रोग में असीम…
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ओम प्रकाश जांगिड़ की कलम से: पदमा ने बांटा है अमर प्रेम
पदमा जी, ऐसे ही गुणों की स्वामिनी रहीं। उनके जीवन में जीवन, जीवन से ज़्यादा रहा। वे लोगों में प्यार बांटने और उनके जीवन मे खुशियां लाने का एक भी मौका न छोड़तीं। उनका भौतिक रूप में हमारे साथ न होना एक कमी तो है किंतु उनके रहते हुए जो प्रेम…
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रामभगत शर्मा की कलम से:जिस व्यक्ति में करुणा, दया, परोपकार, सत्यनिष्ठा, संस्कार और उच्च आदर्शों…
आज का सुविचार रुपी मोती
चंडीगढ़: जीवन में जिसमें क्रोध होता है वही क्रोध पाप और विनाश को जन्म देता है। रावण का सर्वनाश भी क्रोध के वशीभूत होने के कारण ही हुआ था। भगवान श्री राम की उदारता देखिए कि उन्होंने पहले भी अंगद को रावण को समझाने…
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रामभगत शर्मा की कलम से:जीवन में जिस व्यक्ति को अभिमान, मद और अंहकार हो जाता है उसके सभी सद्कर्म…
आज का सुविचार रुपी मोती
चंडीगढ़: जीवन में जिस व्यक्ति को अभिमान, मद और अंहकार हो जाता है उसके सभी सद्कर्म नष्ट हो जाते हैं, जिस प्रकार से वरदान पाकर बाली को अभियान और अहंकार हो गया था। उसकी अंहकार और अधर्म रुपी वृत्ति का विनाश भगवान श्री…
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कामयाबी के कदम: भिवानी के सिविल सर्जन बने डॉ रघुवीर सांडिल्य
भिवानी: डॉ रघुवीर सा़ंडिल्य, जांगिड़ की वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी से पदोन्नति के बाद उन्हें पी एम ओ कुरूक्षेत्र से बदल कर उन्हें सिविल सर्जन भिवानी लगाया गया है। उन्होंने 14 सितंबर को अपना नया पदभार ग्रहण कर लिया है। डॉ सांडिल्य, डॉक्टर बन कर…
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रामभगत शर्मा की कलम से:भगवान अपने भक्त की भावनाओं को पूर्ण रूप से समझते है और उसी के अनुरूप ही अपने…
आज का सुविचार रुपी मोती
चंडीगढ़: जीवन में कई बार ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न हो जाती हैं कि प्रभु का सच्चा भक्त मान, अपमान और तिरस्कार की भावना को न चाहते हुए भी सहन करके भी अपने लक्ष्य से विचलित नहीं होता है।
वजन घटाएं या…
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