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स्पेशल स्टोरी
इसरो की बड़ी कामयाबी: 14 जुलाई को लॉन्च किया जाएगा चंद्रयान-3; इसरो ने घोषणा की
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रयान -3 की लॉन्च तिथि को 14 जुलाई तक पुनर्निर्धारित किया है। पहले, चंद्रयान -3 को 13 जुलाई को लॉन्च किया जाना था, लेकिन अब, तारीख को 14 जुलाई को स्थानांतरित कर दिया गया है, इसरो ने ट्विटर पर…
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दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: सच्चा समाज सेवक
सच्चा समाज सेवक
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🏃🏾♂....लाडपुरा का लाल....
लाडपुरा से निकला सुकून लेकर
एक शकून की तलाश में
गांव गलियारे से निकला
🏃🏾♂.... एक शहर की ओर
गांधीधाम में विस्तार पाया
अनंत लोगों से सम्पर्क जमाया
कर परिश्रम अति कठोर
माँ…
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दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: जांगिड सुथार समाज का “विश्वकर्मा महाकुंभ”
जांगिड सुथार समाज का
"विश्वकर्मा महाकुंभ"
"विश्वकर्मा महाकुंभ" की तैयारियां,
हो रही है जयपुर में जोर तौर से.....
कविता व लेख लिखना ये हंगामा खड़ा करना मकसद नही है मेरा,
समाज में प्रगति की लहर दोड़ी चली आएं !!
जांगिड सुथार समाज…
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हुड्डा का डबल इंजन सरकार पर बड़ा हमला: गूंगी- बहरी सरकार के सामने ‘पोर्टल हटाओ, खेती बचाओ’ का नारा…
जो पोर्टल किसानों को MSP और मुआवजे से वंचित किया, वही अब खाद से भी वंचित कर रहा - हुड्डा
सिर्फ 20% किसानों को मिला नाममात्र मुआवजा, 80% आंदोलन के लिए मजबूर- हुड्डा
एमएसपी के लिए दर-दर भटक रहे हैं मक्का और सूरजमुखी के किसान- हुड्डा…
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नरेंद्र शर्मा परवाना की कलम से: यकीनन पिता संतान का पूरा संसार है
कविता: यकीनन पिता संतान का पूरा संसार है
पिता का दर्जा भगवान से भी से भी ऊंचा है।
पिता गृहस्थ की छत है,
पिता बच्चों के सिर पर गगन है।
पिता जीवन की सुगंध है,
पिता तो महकता हुआ चमन है।
पिता ज्ञान का उजाला है,
दिल की धड़कन है, दीन-ईमान…
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दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: कविता अमर रहती है (सिरियल न. 3)
कविता अमर रहती है(सिरियल न. 3)
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लोग कहते है कविता समय बर्बाद करती है,
ये क्या कम है कि कवि जाने के बाद दुनिया याद करती है !!
कविता व लेख लिखना ये हंगामा खड़ा करना मकसद नही है मेरा,
समाज में प्रगति की लहर…
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घेवरचन्द आर्य पाली की कलम से: मातृ सेवा का आत्मिय आनन्द
लेखक: घेवरचन्द आर्य पाली
दिनांक 21 जून अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस सुबह नौ बजे मैने प्रेक्षा को आवाज दी प्रेक्षा......वह दोडी हुई आई।
तेरी दादी ने अन्दर पेशाब कर दिया, कपडे परिवर्तन करने है, मैने कहा।
प्रेक्षा आज्ञा का पालन करते हुए धुले…
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दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: मैं हूँ एक मारवाड़ी
मैं हू एक मारवाड़ी
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आप हमे मारवाड़ी कहते हो
मन को अच्छा लगता है जरुर
यह हमारे क्षैत्रीय भाषा से नामकरण है
जो हमारा जन्म भूमि से नाता जोड़ता है
आप तो याद रखकर यह भी कह देते
जहां नही जाएं रेलगाड़ी…
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दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: कवि को कभी अलविदा मत कहना
कवि को कभी अलविदा मत कहना
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कवि तन से बुढ़ा भले ही हो जाएं
कवि कविताओं से हर दिन
हर पल यौवन पाता रहता है
समय का रथ चलता रहता है
कवि कविताओं के रस में
पल पल बहता रहता है
कवि का मन…
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दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस “करो योग रहो निरोग”
आरोग्य विषय पर नेक सलाह
आज अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस का नोवा वर्ष है, योग शरीर को तंदुरुस्त रखने के साथ साथ मन का भी शुध्दीकरण करता है प्रेम भावना बढाता है *"सारा विश्व मेरा कुटुंब है मैं इस परिवार का सदस्य हूं यह भावना भी अंतर मन…
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