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डा. गुप्ति सागर
सोनीपत: गुरु का जीवन सूर्य-चांद के तरह नि:स्वार्थ: गुप्ति सागर
सोनीपत, (अजीत कुमार): राष्ट्र संत शकाहार प्रवर्धक उपाध्याय डा. गुप्ति सागर जी महाराज ने कहा है कि गुरू मकरन्द की मानिन्द होते हैं, जो हर प्राणी के मन-प्राण और नासिका को सुरभित करते हैं। उनका जीवन सूर्य-चांद की तरह निःस्वार्थ होता है। बिना…
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सोनीपत: झुक कर चलना दृष्टि ऊपर रखना जीवन विकास का अमूल्य सूत्र: गुप्ति सागर
गन्नौर (सोनीपत), अजीत कुमार: राष्ट्र संत शाकाहार प्रवर्धक महायोगी उपाध्याय डा. गुप्ति सागर जी महाराज का मंगल प्रवेश गन्नौर में हुआ है। महाराज श्री जैन तीर्थ गुप्ति धाम में 47वां चातुर्मास करेंगे। आगमन के प्रथम दिन श्रीपाल जैन की पुण्य तिथि…
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सोनीपत: हर पल मुस्कराने का संकल्प लें हर स्वांस नई हैं: गुप्ति सागर जी महाराज
सोनीपत (अजीत कुमार): राष्ट्र संत महायोगी उपाध्याय गुप्ति सागर जी महाराज ने कहा कि जरीवन का हर पल नया है हर स्वांस नई है, आज अभी यह संकल्प लें कि हम पल पल बेहतर करेंगे, राष्ट्र निर्माण के लिए, धर्म-अध्यात्म के लिए मानवीय सेवा के लिए।…
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सोनीपत: गुप्ति सागर महाराज चातुर्मास के लिए गुप्तिधाम गन्नौर पहुंचे
मनुष्य जीवन भगवान का दिया हुआ सर्वश्रेष्ठ उपहार है: गुप्ति सागर
सोनीपत: राष्ट्र संत शाकाहार प्रवर्तक 108 गुप्ति सागर महाराज का चातुर्मास इस बार गन्नौर स्थित गुप्ति धाम में होगा इसके लिए पदयात्रा कर गुप्ति सागर महाराज गुरुवार को…
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सोनीपत: धर्म को ले कर दिखावा नहीं उसे धारण करें: गुप्ति सागर
गन्नौर/जीजेडी न्यूज: धर्म दिखावे के लिए नहीं है बल्की धर्म को हमें धारण करने की जरूरत है। जिसने धर्म की शरण ली उसने अपने जीवन का उद्धार कर लिया। यह बातें गुप्तिधाम में आयोजित धर्म सभा के दौरान गुप्ति सागर मुनि महाराज ने कही। उन्होंने कहा कि…
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सोनीपत: स्त्री और संपत्ति की अपेक्षा हमें आत्मा की रक्षा करनी चाहिए: गुप्ति सागर
हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड व मध्यप्रदेश के अलावा दूरदराज से आए श्रद्धालु
गुप्ति सागर जी महाराज के 45वें चातुर्मास के क्लश स्थापना पर बही अमृत रसधारा
सोनीपत/नरेंद्र शर्मा परवाना: राष्ट्रसंत उपाध्याय गुप्ति…
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सोनीपत: भगवान नेमिनाथ, निर्वाण के कल्याण के लिए लड्डू का भोग लगाया
गुप्ति सागर महाराज का गन्नौर में मंगलप्रवेश
जैन मतावलंबी हरियाणा, दिल्ली व उत्तर प्रदेश से शामिल हुए
सोनीपत/नरेंद्र शर्मा परवाना: उपाध्याय श्री 108 गुप्तिसागर मुनिराज जी महाराज का गन्नौर में बुधवार को मंगल प्रवेश गुप्तिधाम…
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गुप्ति सागर जी महाराज :ग्रहस्थ जवीन को सुखी बनाने के पांच सूत्र बताएं।
सवाल : ग्रहस्थ जवीन को सुखी बनाने के पांच सूत्र बताएं।
जवाब :
नियत साफ रखना निहायत जरूरी।
बड़ों के प्रति विनम्रता छोटों के प्रति वात्सल्य रखना।
आलस्य का परित्याग सतत् उद्यमशील होना।
पूज्य पुरुर्षों के प्रति सेवा का भाव…
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गुप्ति सागर जी महाराज :संप्रदाय झूठी मान्यता पर आधारित परमात्मा पवित्र विचारों का प्रसाद
संप्रदाय झूठी मान्यता पर आधारित परमात्मा पवित्र विचारों का प्रसाद
सवाल-श्रद्घा बड़ी या दौलत ?
जवाब- दौलत से बड़ी श्रद्घा है क्योंकि श्रद्घा से दौलत मिलती है। जगत में जितने भी श्रेष्ठ कार्य हुए हैं उनमेें अपने इष्टों के प्रति…
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गुप्ति सागर जी महाराज :पति का पत्नी के प्रति समर्पण कितना सही है?
सवाल : पति-पत्नी में झगड़े क्यों होते हैं, इन्हें रोकने का उपाय भी बताए?
जवाब : अत्याधिक उपेक्षाएं झगड़े का कारण हैं। यदि महिला अपने दायित्व में रहे पाते को अपना सर्वोच्च माने तो विवाद का प्रश्न ही नहीं उठता और पति भी पत्नी की बात को…
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