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धर्म-कर्म

स्मृतियां मानवता के महानायक निरंकारी बाबा की : क्रोध से नुक़सान है क्रोध नहीं सबसे  प्रेम  करना है

काम, क्रोध और लोभ ये नरक के द्वार हैं। इस द्वार की चमक दमक देखकर मन अंदर जाने को लालायित होता है।अवसर पड़ने  पर काम ही क्रोध का रूप धारण  कर लेता है। कामना में विघ्न पड़ा नहीं  कि क्रोध सातवें आसमान पर पहुंच जाता है। …
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विश्वास ही व्यक्तित्व को ऊंचाई देता है: गुप्ति सागर

राष्ट्र संत उपाध्याय डा. गुप्ति सागर जी महाराज बता रहे हैं जीवन निर्माण के सूत्र और मंत्र राष्ट्र संत उपाध्याय डा. गुप्ति सागर जी महाराज का कथन है कि विश्वास पर विश्वास जरूर करना विश्वास ही व्यक्तित्व की अंतिम ऊंचाई है। शब्दों का ज्ञान ओर…
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स्मृतियां मानवता के महानायक निरंकारी बाबा की : आंखें नम हो गईं मेरी ,सदगुरु जब याद आई तेरी

सदगुरु बाबा हरदेव सिंह जी व्यक्तित्व अत्यन्त मनमोहक था। उनके प्रेममय व्यवहार की स्मृतियां हर भक्त के हृदय पटल पर अंकित हैं। बाल - वृद्ध , युवा - प्रौढ़ , स्त्री-  पुरुष  हर किसी को अपनी ओर आकर्षित कर लेना उनके लिए बहुत सहज सी…
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स्मृतियां मानवता के महानायक निरंकारी बाबा की : भक्त के बस में हैं भगवान की सुनो कहानी

सद्गुरु के प्रति विश्वास-1  ​सद्गुरु अपने भक्तों के विश्वास को किस प्रकार परिपक्व करते हैं, इसके अनेक उदाहरण हैं। सद्गुरुदेव हरदेव जी की मानव कल्याण यात्राओं के दौरान यूं तो अनेक रोचक नज़ारे देखने को मिलते रहे हैं जो दिल को छू जाते हैं कि…
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सदगुरु मुझे राखो अपनी शरण

अखिल ब्रह्माण्ड के नायक हैं राम सदगुरु को सारा संसार देखता है लेकिन इन्हें इस तरह नहीं देखा जाता ।राम को केवल दशरथनंदन देखना राम को देखना नहीं है। राम को अखिल ब्रह्माण्ड नायक देखना राम को देखना है। राम को मानना है तो राम…
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स्मृतियां मानवता के महानायक निरंकारी बाबा की : जब भक्ति जीवन्त हो उठी ..

​सन् 2002 में, 12 फरवरी को उड़ीसा राज्य के पुरी जिले के पच्चीपाड़ा (ब्रह्मगिरी) गाँव में अद्वितीय दृश्य देखने को मिला। भौतिकता की चकाचौंध से दूर इस गाँव में किसी भी प्रकार की सुख-सुविधा नहीं है। रोशनी की भी कोई व्यवस्था नहीं है।…
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स्मृतियां मानवता के महानायक निरंकारी बाबा की : गरीब नवाज़ दिव्य पुरुष

मसूरी प्रवास के दौरान यूँ तो युगदृष्टा बाबा हरदेव सिंह जी के प्रेम में बंधे भक्तों की निश्छल प्रेमाभक्ति के अनेकों नज़ारे देखने को मिलते ही रहते थे लेकिन जुलाई 2004 में जो नज़ारा मसूरी में देखा वह हृदय पर कुछ अलग ही छाप छोड़ गया।…
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निरंकारी संत समागम सम्पूर्ण विश्व के लिए कल्याणकारी 

सन्त समागम , हरि कथा संसार में अत्यन्त दुर्लभ हैं पर जब सदगुरु की कृपा होती है तो दुर्लभ भी सुलभ हो जाता है। आज सारा संसार एक भयावह स्थिति से गुजर रहा है। एक ही अज्ञात भय सबको सता रहा है कि कहीं कारोना वायरस की…
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जीवन में सच्ची खुशी का आगमन

जीवन में  बहुत कुछ है , अच्छा भी है  बुरा भी है। शरीर सुंदर भी है और असुंदर भी, स्वास्थ्य  अच्छा  भी है और  नासाज़ भी है। जीवन में बुराईयां है पर जीवन बुरा नहीं है। इसलिए जीवन में जो कुछ उत्तम है उसका आनंद लेना  है  और जो अच्छा…
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सुनने का इल्म पैदा कर

मानव प्रभु परमात्मा की उत्तम रचना है। मानव ने ही इस  उत्कृष्टता को कायम रखना  है। पशुओं के बच्चे जन्म लेने के कुछ समय बाद ही चलना शुरू कर देते हैं। पक्षियों के बच्चें कुछ समय अंडों में रहकर बाहर आते हैं और घोंसलों में कुछ वक्त…
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