Browsing Category

नरेंद्र शर्मा परवाना

इसरो के वैज्ञानिक प्रोफ़ेसर ओमप्रकाश पांडे: विश्व गुरु भारत विज्ञान के सामने मार्गदर्शक है वेदों का…

ओ३म् (ॐ) का मतलब ईश्वर ही क्यों है ब्रह्मांड में प्राकृतिक ध्वनि निरंतर कौन सी चलती है शब्द कभी मरते नहीं इसका वैज्ञानिक आधार क्या है वेद का विज्ञान पश्चिम देशों ने क्यों स्वीकार किया पढ़ाई करने के बाद भी…
Read More...

दीपावली- ज्ञान ज्योति दर्पण परिवार की ओर से दीपों के पर्व दीपावली की बहुत बहुत शुभकामनाएं

ज्ञान ज्योति दर्पण परिवार की ओर से आप सभी को दीपावली के पावन पर्व की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। आप हमेशा धन-धान्य से भरपूर रहे। मां लक्ष्मी की कृपा आप सभी पर सदा बनी रहे । आपके जीवन में खुशहाली रहे,आप तन से निरोग, मन से पवित्र रहे।…
Read More...

राष्ट्रपिता मोहनदास कर्मचंद गांधी का जीवन और वर्तमान में इनका महत्व

भारत में मानवता का उगता सूरज महात्मा गांधी के रुप में उदय होता है भारत की धरती पर जनम लेने वाले महान पुरुष में एक नाम राष्ट्रपिता मोहनदास कर्मचंद गांधी का आता है। लोग जिन्हें बापू या महात्मा गांधी के नाम से भी पुकारते हैं। इनके जन्मदिवस को…
Read More...

राष्ट्रीय राजनीति के भीष्म-पितामह ताऊ देवी लाल 

जीजेडी न्यूज .चंडीगढ़ ।  जिस व्यक्ति की घटनाएं कहानी बन जाए वो व्यक्ति अमर हो जाता है। राजनीति को गांव-गांव तक पहुंचाने वाला भारत देश में वृद्धों को सम्मान भत्ता देने की शुरुआत करने वाला एक नाम देवी लाल है। जिसकों लोगों ने प्यार का नाम…
Read More...

नेता हूं मैं

नेता हूं मैं तमीज के कमीज फ़ाड़ी,  बेशर्मी का कोट पहना।  भ्रष्टाचार में लिप्त होकर,  शैतानी का पहना गहना । श्वेत वस्त्र धारण किए, ठाट का है रहना सहना। स्वार्थ की पूर्ति जहां पर,  उसी रो में मुझको बहना।  हैरान क्यों...…
Read More...

धार्मिक ना बने

आजकल हम सभी धार्मिक बनने की कोशिश कर रहे हैं  इंसान तो कोई बनता ही नहीं। हमारे जीवन के अंदर जो भी घटित हो रहा है और उसका हम अनुभव ले रहे हैं। उसको दूसरों को बता रहे हैं तो वह अपने आप में खास है। क्योंकि हम उस से वाकिफ हैं…
Read More...

इंसान बन पाए इंसान नहीं

यह रचना उस वक्त लिखी गई थी जब बाबरी मस्जिद का ढांचा गिरा था । तब मैं आर्मी के अंदर सर्विस कर रहा था। मेरी पोस्टिंग आगरा में थी। उसी दौरान इस रचना का लेखन हुआ। विचार आ रहे थे कि इंसान को भगवान ने ना हिंदू बनाया, ना सिख बनाया, ना इसाई…
Read More...

मेरे अनुभव की आंख

 *जो कर्मफल तुम्हें मिलेगा* हम जो अनुभव करें और उसके आधार पर बात कहें तो वह ज्ञान  के साथ-साथ मार्गदर्शन भी है। यही विद्या है जो अनुभव के साथ प्रकट हुई है। सदा सनातन है। सत्य है। इस सद मार्ग को अपना कर अपने जीवन को खुशहाल बना…
Read More...