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कवि दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से : आवाज बुलंद करो
आवाज बुलंद करो
एक ही नारा है हमारा
अब तो हमें पानी चाहिए....
हम सब एक है
हम सब साथ साथ है
आवाज बुलन्द करो
हमे पीने का पानी चाहिए....
हमें जीने का मानवी अधिकार
आम आदमी का चाहिए
कलकारखानों की निर्मिती चाहिए
ईन दो हाथो को काम…
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कवि दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से : चिन्ता करता हूं भावी पीढ़ियों की
नई दिल्ली: पुणे में हुए जांगिड ब्राह्मण समाज के विश्वकर्मा मंदिर के हाँल के पडाल में महासभा का महा मेळावा (पांच जिलो का स्नेह मिलन समारोह) में कवि दलीचंद जांगिड सातारा वालों ने एक अनोखी कविता जो राजस्थान में पानी की कमी के चलते केन्द्रीय…
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कृष्ण कुमार निर्माण की कलम से : तुम्हारी यादें
तुम्हारी यादें
तुम्हारी यादें
आती रहती हैं निरन्तर
अनवरत
कभी सूखी घास की तरह
कभी हरी दूब की तरह
कभी तूफानों सी टकराती हैं
कभी लहरों सी आती हैं
कभी छुअन बन जाती है
कभी रुदन बन जाती हैं
पता नहीं क्यों.....
जलाती रहती हैं मुझे…
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राम भगत शर्मा की कलम से : जीवन में परमात्मा की लीला और करूणा, तथा दया के अनेक रूप देखने को मिलते…
आज का सुविचार रुपी मोती
चंडीगढ़: जीवन में परमात्मा की लीला और करूणा, तथा दया के अनेक रूप देखने को मिलते हैं। जिस समय भगवान श्री शंकर का विवाह हो रहा था उस समय वह भस्म लगा कर बारात लेकर पहुंचे तो पार्वती…
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राम भगत शर्मा की कलम से : जीवन में कई बार मनुष्य अंहकार के वशीभूत होकर दिग्भ्रमित हो जाता है
आज का सुविचार रुपी मोती
चंडीगढ़: जीवन में कई बार मनुष्य अंहकार के वशीभूत होकर दिग्भ्रमित हो जाता है। इन्द्र देव के साथ भी ऐसा ही हुआ । उन्होंने अंहकार के कारण अपने गुरु देव बृहस्पति का अपमान और तिरस्कृत किया।
वजन घटाएं या बढ़ाएं अपने…
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राजन छिब्बर की कलम से : एक मजबूत व्यक्तित्व ही विश्व या सरकार को मजबूत बनाता है
एक पूरक विकसित करने के लिए मेहनत की जरूरत है
युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने का राष्ट्रीय ग्रिड
इस लेख का लेखन मे अपने अनुभवों के आधार पर कर रहा हूं। मेरा मनना है कि जीवन के सफर में मिले अनुभव सबसे बड़े शिक्षक होते हैं। जिनको…
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कृष्ण कुमार निर्माण की कलम से: गोद!!!
गोद!!!
मौन हूँ!
स्तब्ध हूँ!!
निशब्द हूँ!!!
परेशान भी हूँ!!!!
क्योंकि..जब.....
प्रेम है शाश्वत
प्रेम है नित्य
प्रेम है सनातन
प्रेम है जीवन आधार
फिर भी.......
न जाने क्यों लोग
खेलते हैं प्रेम से ही
फुटबाल की तरह
और......…
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कृष्ण कुमार निर्माण की कलम से: हरियाणवी गीतिका भाग-2
संवेदनाओं से परिपूर्ण समाज नहीं है।
शहर में आंसू बहाने का रिवाज नहीं है।।
वक्त की लाठी पड़ती है बड़े ही जोर से।
याद रखना उसमें होती आवाज नहीं है।।
कल होगा यकीनन गाँठ बाँध कर रख।
मिलेगा भरोसे से तुझे जो आज नहीं है।।…
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कृष्ण कुमार निर्माण की कलम से:हरियाणवी गीतिका
हरियाणवी गीतिका
इश्क भी एक बीमारी लिख दये।।
या सबत्ये भुंडी न्यारी लिख दये।।
इब्ब पेट-पाप सै सबक्ये भीतर।
माणस की हुश्यारी लिख दये।।
नेता जी की सुण इब्ब योग्यता।
झूठ-झाठ चोरी जारी लिख दये।।
कर्म जिस्से इब्ब…
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आज की पॉजिटिव खबर: छोटी बस्ती के बच्चों के साथ मनाया जन्मदिन; निरंकारी युवाओं की सार्थक पहल
मथुरा: निरंकारी मिशन से जुड़े सिंधी पंचायत के सदस्य गिरधारी नाथानी ने मंगलवार को अपना जन्मदिन छोटी बस्ती के बच्चों के साथ मनाया। उन्हें यह प्रेरणा खुशी सोशल वर्कर की युवा प्रमुख कुमारी शिवानी निरंकारी से मिली थी। गिरधारी नाथानी ने बताया कि…
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