Browsing Category

दिव्य वाणी

मेनू है आस तेरी

मेनू है आस तेरी बाबा हरदेव सिंह जी के साथ बीता वो खुशियों भरा नजारा हर किसी के जहन में तरोताजा है। सुबह की शीतल मंद समीर की तरह सुखद एहसास दिलाने वाले वो पल पुनः याद आ जाते हैं जब उस वक्त के नज़ारे किसी भी रूप में सामने आते हैं।…
Read More...

सदगुरु पर विश्वास, निरंकार का एहसास

आत्मबोध कराते समय सदगुरु ने वह सम्पूर्ण ज्ञान  हमें  दिया जो उनके पास था।पूरा का पूरा दिया आधा अधूरा नहीं। परमात्मा द्वारा रचित नौ प्रकृतियां-सूरज, चांद, तारे, धरती, पानी, आग, वायु, जीव, आकाश  के बारे में समझाया और फिर इशारा दे…
Read More...

भक्ति और विश्वास

भक्ति में भाव की विशेष महत्ता है ।भाव उत्तम नहीं तो भक्ति भी श्रेष्ठ नहीं,फिर वह भक्ति का आडम्बर मात्र है । दिखावा है कि लोग कहें कि यह बहुत बड़ा भक्त है ।हमेशा भक्ति में लीन रहता है। इससे इतना सा ही लाभ है कि लोगों की नज़र में भक्त…
Read More...

नफ़रत को नहीं कोसा प्यार की बांसुरी बजाई

निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी ने सारी दुनिया में जा जाकर प्यार बांटा। सबको प्यार ही प्यार दिया। नफ़रत खत्म करने के लिए उन्होंने नफ़रत को कोसने की बजाय प्यार की ऐसी बांसुरी बजाई जो लोगों को प्यार के अनोखे संसार में ले गई। यह सब…
Read More...

हिंदी है जन जन की भाषा

                          हिंदी है जन जन की भाषा हिंदी है जन जन की भाषा। उत्तम भाषा प्रेम की भाषा। जोड़ रही हर नगर गांव को, हिंदी है हम सब की भाषा। संविधान ने मान्य किया है। राष्ट्र भाषा का रूप दिया है। अब हम सबने है यह ठाना, फैले…
Read More...

विशालता संकीर्णता से मुक्त होने  का प्रतिफल

जीजेडी न्यूज निरंकारी।  विशालता का भाव व्यापकता से है, विस्तार से है । दायरा बड़ा होने  और संकीर्णता से उबर जाने से है।विशालता संकीर्णता से मुक्त होने  का प्रतिफल है। बाबा हरदेव सिंह जी महाराज ने इसे इस तरह स्पष्ट किया -…
Read More...