सोनीपत: संस्कार और परंपराएं हमारी संस्कृति की धरोहर हैं: देवेंद्र
देवेंद्र ने युवाओं से अपील की कि वे बाबा फतेह सिंह और बाबा जोरावर सिंह के जीवन से प्रेरणा लें और उनके संस्कारों को आत्मसात करें।
सोनीपत, अजीत कुमार: दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल में बाल वीर दिवस के कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के रोहतक विभाग कार्यवाह, देवेंद्र ने कहा कि संस्कार और परंपराएं हमारी संस्कृति की धरोहर हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश सिंह ने की। इस दौरान गुरु गोविंद सिंह के साहिबजादे बाबा फतेह सिंह और बाबा जोरावर सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई।
देवेंद्र ने अपने संबोधन में परंपराओं और संस्कारों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि परंपराएं हमारी संस्कृति की आत्मा हैं और इनसे ही हमें प्रेरणा मिलती है। उन्होंने उदाहरण के तौर पर गुरु गोविंद सिंह के साहिबजादों का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके संस्कार इतने मजबूत थे कि मुगलों के दबाव और लालच के बावजूद उन्होंने धर्म के प्रति अपनी निष्ठा बनाए रखी। देवेंद्र ने युवाओं से अपील की कि वे बाबा फतेह सिंह और बाबा जोरावर सिंह के जीवन से प्रेरणा लें और उनके संस्कारों को आत्मसात करें।
कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश सिंह ने भी अपने संबोधन में भारतीय संस्कृति को विश्व की प्राचीनतम संस्कृतियों में से एक बताया, जो सभी के विकास की चाहत रखती है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत करें और राष्ट्र को आत्मनिर्भर बनाने में योगदान दें। कुलपति प्रो. सिंह ने आरएसएस के रोहतक विभाग कार्यवाह देवेंद्र का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया, जबकि कुलपति प्रो. सिंह का छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. सुरेश वर्मा ने पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। मंच संचालन डा. प्रदीप सिंह ने किया। विश्वविद्यालय के शिक्षक और छात्र भी उपस्थित थे।
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