प्रयागराज महाकुंभ: महाकुंभ में आवाहन अखाड़े की पेशवाई का भव्य स्वागत; प्रयागराज महाकुंभ में भारतीय संस्कृति और संतों का संदेश
रविवार को श्री पंचदशनाम आवाहन अखाड़े के संतों ने राजसी अंदाज में पेशवाई निकाली। घोड़े, ऊंट, रथ, और बग्घियों पर सवार संतों का नगर में भव्य प्रवेश हुआ। ढोल-नगाड़ों और शंखनाद के साथ निकली छावनी यात्रा में साधु-संतों का अद्भुत स्वरूप देखने के लिए लोग उमड़ पड़े।
प्रयागराज महाकुंभ: सिद्ध पीठ सतकुम्भा तीर्थ के पीठाधीश्वर श्री महंत राजेश स्वरूप महाराज ने आवाहन अखाड़े की पेशवाई को अपने जीवन का परम सौभाग्य बताया। उन्होंने महाकुंभ को विश्व के समक्ष भारतीय संस्कृति, सभ्यता और मानवीय सद्भाव का अनुपम उदाहरण करार दिया। महाराज श्री ने कहा कि संत हमेशा शाश्वत सत्य का संदेश देते हैं और समाज में स्नेह व सौहार्द का वातावरण बनाते हैं।
रविवार को श्री पंचदशनाम आवाहन अखाड़े के संतों ने राजसी अंदाज में पेशवाई निकाली। घोड़े, ऊंट, रथ, और बग्घियों पर सवार संतों का नगर में भव्य प्रवेश हुआ। ढोल-नगाड़ों और शंखनाद के साथ निकली छावनी यात्रा में साधु-संतों का अद्भुत स्वरूप देखने के लिए लोग उमड़ पड़े।
नागा साधु भाला, त्रिशूल और तलवार जैसे अस्त्रों से करतब दिखाते हुए चल रहे थे। भस्म और चंदन तिलक से सजे साधु-संत हर-हर महादेव के नारों के साथ आगे बढ़ रहे थे। यात्रा में संतों का नृत्य और उनका अलौकिक सौंदर्य लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहा।
छावनी प्रवेश के दौरान यातायात व्यवस्था बाधित
छावनी प्रवेश यात्रा के चलते रीवा मार्ग पर यातायात बाधित रहा, जिससे राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ा। प्रशासन ने एडवाइजरी और वैकल्पिक मार्ग की जानकारी पहले ही दी थी, लेकिन इसके बावजूद ट्रैफिक जाम से वाहन चालकों को मुश्किलें झेलनी पड़ीं।
यात्रा के दौरान संतों ने अपने मड़ौका आश्रम से गणेश जी को खिचड़ी का भोग लगाया और प्रसाद ग्रहण किया। इसके बाद 14 किलोमीटर की इस यात्रा में नागा साधु, सन्यासी और पांच हजार से अधिक अनुयायी शामिल हुए।
प्रमुख पड़ाव और प्रशासनिक व्यवस्था
यात्रा का मार्ग मड़ौका आश्रम से पुराना रीवा मार्ग, डांडी तिराहा, नया रीवा मार्ग, नया यमुना पुल, रेलवे क्रॉसिंग, और त्रिवेणी उत्तरी पांटून पुल से होते हुए शिविर तक पहुंचा।
प्रशासन ने यात्रा के दौरान पुल की एक लेन बंद कर दी और बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया। यात्रा में अखाड़े के प्रमुख संत जैसे श्रीमहंत पूनम गिरी, श्रीमहंत सत्य गिरी, और अन्य महंत उपस्थित रहे।
पेशवाई जुलूस के कारण प्रयागराज-मिर्जापुर, प्रयागराज-रीवा और प्रयागराज-वाराणसी हाईवे पर जाम लगा। इससे पीसीएस प्री परीक्षा देने जा रहे अभ्यर्थी भी फंसे। पहले हुए जाम से सबक न लेते हुए उसी मार्ग पर यात्रा निकालने की अनुमति दी गई, जिससे लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा।
यह यात्रा भारतीय संस्कृति और संत परंपरा के अद्वितीय स्वरूप का दर्शन कराने वाली रही, लेकिन यातायात अव्यवस्था ने लोगों के लिए इसे चुनौतीपूर्ण बना दिया।
फोटो में देखें प्रयागराज महाकुंभ में आवाहन अखाड़े की पेशवाई के भव्य दृश्य
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