कामयाबी के कदम: अनिरुद्ध की शानदार जीत; रायगढ़, छत्तीसगढ़ में ‘भारत केसरी’ दंगल में 10-0 से विजय
इस मुकाबले का फाइनल मुकाबला भारतीय नौसेना के पहलवान प्रदीप के खिलाफ हुआ, जिसमें अनिरुद्ध ने अपनी कुश्ती के अद्वितीय हुनर दिखाया और जीत दर्ज की। इससे पुरखास में ख़ुशी की लहर है।
सोनीपत, (अजीत कुमार): रायगढ़, छत्तीसगढ़ में आयोजित प्रतिष्ठित ‘भारत केसरी’ दंगल में अनिरुद्ध ने अपनी कुश्ती कौशल का अद्भुत प्रदर्शन किया और 10-0 के स्कोर से एकतरफा जीत हासिल की।
कांग्रेस युवा खेल प्रकोष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश पहलवान पुरख़ासिया ने बताया कि अनिरुद्ध कोच अजीत मान और कोच नरेंद्र खुदान के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण लिया शानदार कुश्ती लड़ी। इस मुकाबले का फाइनल मुकाबला भारतीय नौसेना के पहलवान प्रदीप के खिलाफ हुआ, जिसमें अनिरुद्ध ने अपनी कुश्ती के अद्वितीय हुनर दिखाया और जीत दर्ज की। इससे पुरखास में ख़ुशी की लहर है।
अनिरुध गुलिया का सफर
अनिरुध गुलिया का इससे पहले भी शानदार खेल सफर रहा है शीतला माता ट्रस्ट ग्राम सरफाबाद ग्रेटर नोएडा द्वारा गांव सरफाबाद (ग्रेटर नोएडा) में आयोजित भारत केसरी दंगल (5-6 नवंबर 2022) में अनिरुद्ध गुलिया ने सात मुकाबले जीत कर भारत केसरी टाइटल अपने नाम किया है। कोच्चि (केरल) में आयोजित अंडर 23 राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप 2-4 सितंबर 2022 के फ्रीस्टाइल 125 किग्रा भार वर्ग में उत्तर प्रदेश के पहलवान दीपक को हराकर गोल्ड मेडल जीता है। अनिरुद्ध ने कजाकिस्तान में सीनियर एशियन फ्री स्टाइल कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता। अनिरुद्ध गुलिया ने जॉर्डन में जीता गोल्ड। रूस में हुई जूनियर वर्ल्ड कुश्ती चैंपियनशिप में अनिरुद्ध गुलिया ने कांस्य पदक जीता।
नन्हा अनिरुद्ध भारत का रेसलिंग स्टार बन गया: पहला गुरु
अनिरुद्ध के पहले गुरु मास्टर बिजेंद्र ने कहा कि बचपन में लंगोटी बांधकर पुरखास के अखाड़े में लेकर गए आज वो नन्हा अनिरुद्ध भारत का रेसलिंग स्टार बन गया। अनिरुद्ध ने पिता ने दूसरे पहलवानों को मदद करी लेकिन आज उनके बेटे की यह खुशी देखने के लिए वो हमारे बीच नहीं हैं।
कुश्ती में भारत का भविष्य उज्जवल है: भारत केसरी नरेंद्र पुनिया
पहलवान अनिरुद्ध के मार्गदर्शक भारत केसरी नरेंद्र पुनिया ने कहा कि यह भारत की बहुत बड़ी उपलब्धि है कि देश को ऐसा शानदार पहलवान मिला जो जूनियार से सीधा सीनियर में गया और पहली बार में ही पदक लेकर आया यह इसका पहला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक अनिरुद्ध को मिला है। भविष्य में देश को और बेहतरीन परिणाम मिलेंगे। कुश्ती में भारत का भविष्य उज्जवल है।
पूरा गांव सभी खेल प्रेमी स्वागत समारोह करेंगे: सरपंच बहादुर
पुरखास धीरान के सरपंच बहादुर (रिटायर डीएसपी) ने कहा कि अनिरुद्ध के पिता स्वर्गीय बलवान आज हमारे बीच में नहीं हैं लेकिन अनिरुद्ध पुरे गांव पुरखास का, पूरे देश का बेटा है। यह जान लो कि गाम (गांव) राम होता है भगवान होता है, जिसका भगवान होता है उसका हर काम होता है बेहतर परिणाम होता है। कई साल के बाद पुरखास में यह खुशी आई है, इसका स्वागत वास्तव में यादगार होगा क्योंकि यह एक आदमी नहीं पूरा गांव सभी खेल प्रेमी स्वागत समारोह करेंगे।