सोनीपत: व्यापारी की आत्महत्या: फाइनेंसरों की धमकियों से तंग आकर दी जान
अनिल ने लिखा कि उन्होंने ईमानदारी से व्यापार किया और कभी किसी का बुरा नहीं चाहा। लेकिन व्यापार में नुकसान के कारण वे फाइनेंसरों का पैसा चुकाने में असमर्थ हो गए। उन्होंने अपने सारे बचत साधनों, एफडी और गोल्ड को बेचकर अधिकतर कर्ज चुकाया, परंतु फिर भी कुछ पैसे बकाया रह गए।
सोनीपत, (अजीत कुमार): सोनीपत में एक व्यापारी ने फाइनेंसरों की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान अनिल शर्मा के रूप में हुई, जिनकी कच्चे क्वार्टर मार्केट में ट्रेडिंग की दुकान थी। अनिल ने आत्महत्या से पहले एक सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें उन्होंने अपनी पीड़ा व्यक्त की।
अनिल ने लिखा कि उन्होंने ईमानदारी से व्यापार किया और कभी किसी का बुरा नहीं चाहा। लेकिन व्यापार में नुकसान के कारण वे फाइनेंसरों का पैसा चुकाने में असमर्थ हो गए। उन्होंने अपने सारे बचत साधनों, एफडी और गोल्ड को बेचकर अधिकतर कर्ज चुकाया, परंतु फिर भी कुछ पैसे बकाया रह गए।
सुसाइड नोट के अनुसार, कुछ फाइनेंसरों ने अनिल और उनके परिवार को धमकियां दीं, जिसमें उनकी पत्नी और बच्चों का अपहरण करने और परिवार को जान से मारने की बात कही गई। इन धमकियों और मानसिक दबाव के कारण अनिल ने आत्महत्या का रास्ता चुना। अब मुझे समझ नहीं आ रहा कि मैं क्या करूं। मेरे जीवन में मुझे इस बात का दुख है कि मैं लोगों से जब पैसा लिया था तो उसे समय पर देने का वादा किया था, अब मैं पैसा देने में असमर्थ हूं। पैसा देने के लिए समय मांग रहा हूं, वह समय नहीं दे रहे और धमकी दे रहे हैं कि परिवार को जान से मारने की।
घटना के बाद व्यापारियों में भारी आक्रोश फैल गया। सभी व्यापारी सिविल लाइन थाना पहुंचे और फाइनेंसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने मामला दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
सुसाइड नोट में परिवार के कुछ लोगों के नाम लिख कर कहा है कि मुझे माफ करना, अपना ख्याल रखना, मम्मी का भी ध्यान रखना। इस घटना में मेरे परिवार का कोई दोष नहीं है। मेरे परिवार को कोई लेना-देना नहीं है। अनिल के सुसाइड नोट में उन्होंने प्रशासन से अपने परिवार की सुरक्षा की गुहार लगाई है और परिवार को निर्दोष बताया है।