संत निरंकारी मिशन: संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन को जन कल्याण सेवा के लिए सम्मानित
इस सम्मान को स्वीकार करने के लिए संत निरंकारी मंडल के सचिव, जोगिंदर सुखीजा ने कार्यक्रम में उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने कहा, "संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन को मिले इस तरह के अनेक पुरस्कार, हमारे सामाजिक और धर्मार्थ कार्यों की प्रभावशीलता को प्रदर्शित करते हैं।
दिल्ली, (अजीत कुमार): संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन (एसएनसीएफ) को हाल ही में समाज सेवा और जन कल्याण में किए गए उल्लेखनीय कार्यों के लिए प्रतिष्ठित सम्मान से नवाजा गया। दिल्ली के द्वारका स्थित विवांता होटल में आयोजित सीएसआर शिखर सम्मेलन के 11वें संस्करण में, यूबीएस फोरम द्वारा एसएनसीएफ को “वर्ष के सबसे प्रभावशाली एनजीओ” के रूप में चुना गया।
एसएनसीएफ के सचिव की प्रतिक्रिया
इस सम्मान को स्वीकार करने के लिए संत निरंकारी मंडल के सचिव, जोगिंदर सुखीजा ने कार्यक्रम में उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने कहा, “संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन को मिले इस तरह के अनेक पुरस्कार, हमारे सामाजिक और धर्मार्थ कार्यों की प्रभावशीलता को प्रदर्शित करते हैं। ये सब सतगुरु माता जी और निरंकारी राजपिता जी की अनमोल और प्रेरणादायक शिक्षाओं का परिणाम हैं। यह क्षण हमारे लिए गर्व का विषय है।”
एसएनसीएफ की स्थापना और कार्यक्षेत्र
संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन की स्थापना वर्ष 2010 में की गई थी। तब से, फाउंडेशन ने समाज के विभिन्न क्षेत्रों में कल्याणकारी परियोजनाओं को सफलतापूर्वक संचालित कर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। स्वास्थ्य सेवाएं फाउंडेशन के काम का एक प्रमुख क्षेत्र है, जिसमें चैरिटेबल अस्पताल, डिस्पेंसरी, फिजियोथेरेपी सेंटर, दंत चिकित्सा केंद्र, नेत्र चिकित्सा केंद्र, और डायग्नोस्टिक लैब जैसी सेवाएं शामिल हैं। इन सेवाओं का लाभ अब तक लाखों लोग उठा चुके हैं। इसके अलावा, “संत निरंकारी हेल्थ सिटी” परियोजना भी निर्माणाधीन है, जो मानवता और एकत्व के सिद्धांतों को समर्पित है।
शिक्षा क्षेत्र में योगदान
शिक्षा के क्षेत्र में भी संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन का योगदान उल्लेखनीय है। फाउंडेशन द्वारा संचालित विद्यालय, कॉलेज और विभिन्न प्रशिक्षण केंद्र, जैसे कि निरंकारी इंस्टीट्यूट ऑफ म्यूजिक एंड आर्ट, निःशुल्क शिक्षा केंद्र और लाइब्रेरी, युवाओं को बेहतर भविष्य के लिए तैयार कर रहे हैं।
जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण में प्रयास
एसएनसीएफ द्वारा जल संरक्षण के क्षेत्र में भी सराहनीय कार्य किए गए हैं। यूनाइटेड नेशंस एसडीजी नंबर 6 के अंतर्गत, महाराष्ट्र के सायवन इलाके में जल संरक्षण परियोजना के तहत तीन सीमेंट नाला बांध का निर्माण किया गया है। इस पहल से स्थानीय आदिवासी समुदाय की जल संबंधी समस्याओं का समाधान हुआ है, जिससे लगभग 30,000 लोगों को लाभ पहुंचा है।
पर्यावरण संरक्षण के लिए भी एसएनसीएफ की कई परियोजनाएं चल रही हैं। इनमें “प्रोजेक्ट अमृत” के तहत जल संरक्षण और “वननेस वन” के तहत प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने के प्रयास शामिल हैं। इन परियोजनाओं का उद्देश्य पृथ्वी और पर्यावरण का संरक्षण करना है।
फाउंडेशन की उपलब्धियों की प्रदर्शनी
सम्मेलन के दौरान, एसएनसीएफ के स्वयंसेवकों ने एक इंटरैक्टिव डिस्प्ले के माध्यम से मिशन द्वारा किए गए विभिन्न प्रभावशाली कार्यों को प्रदर्शित किया। यह प्रदर्शनी आगंतुकों को फाउंडेशन के व्यापक कार्यक्षेत्र और उसके द्वारा समाज पर किए जा रहे सकारात्मक प्रभाव के बारे में जानकारी देने का एक महत्वपूर्ण माध्यम था।
इस सम्मान ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन न केवल समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, बल्कि एक उदाहरण भी प्रस्तुत कर रहा है कि कैसे सेवा और समर्पण के माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाए जा सकते हैं। सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के मार्गदर्शन में, फाउंडेशन अपने उद्देश्यों को और भी अधिक ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
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