जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव: भाजपा ने 44 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की

पार्टी ने जम्मू-कश्मीर चुनाव में स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी भी राजनीतिक दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी और कश्मीर घाटी की उन विधानसभा सीटों पर मजबूत निर्दलीय उम्मीदवारों का समर्थन करेगी, जहां पार्टी चुनाव नहीं लड़ेगी।

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  • तीन चरणों में होंगे चुनाव, भाजपा ने 70 सीटों पर उतारे उम्मीदवार; पहली बार मुस्लिम उम्मीदवारों को भी मिला मौका

नई दिल्ली, (अजीत कुमार): भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए 44 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की है। इस सूची में पहले चरण के लिए 15, दूसरे चरण के लिए 10, और तीसरे चरण के लिए 19 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं।

जम्मू-कश्मीर विधानसभा के चुनाव तीन चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होंगे, जबकि वोटों की गिनती 4 अक्टूबर को की जाएगी। भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक रविवार शाम को आयोजित की गई थी, जिसमें पार्टी के उम्मीदवारों के नामों पर अंतिम निर्णय लिया गया। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और जितेंद्र सिंह ने भाग लिया।

पार्टी ने जम्मू-कश्मीर चुनाव में स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी भी राजनीतिक दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी और कश्मीर घाटी की उन विधानसभा सीटों पर मजबूत निर्दलीय उम्मीदवारों का समर्थन करेगी, जहां पार्टी चुनाव नहीं लड़ेगी।

प्रमुख उम्मीदवारों की सूची:
राजपोरा: अर्शिद भट
शोपियां: जावेद अहमद कादरी
अनंतनाग पश्चिम: रफीक वानी
अनंतनाग: सैयद वजाहत
किश्तवाड़: सुश्री शगुन परिहार
डोडा: गजय सिंह राणा
रियासी: कुलदीप राज दुबे
श्री माता वैष्णो देवी: रोहित दुबे
पुंछ हवेली: चौधरी अब्दुल गनी
उधमपुर पश्चिम: पवन गुप्ता
रामगढ़: डॉ. देविंदर कुमार मनियाल
अखनूर: मोहन लाल भगत

भाजपा 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी और शेष 20 सीटों पर निर्दलीयों का समर्थन करेगी। पार्टी ने पहली बार अपनी सूची में मुस्लिम उम्मीदवारों को भी जगह दी है, जिसमें राजपोरा से अर्शिद भट्ट, अनंतनाग पश्चिम से रफीक वानी, और बनिहाल से सलीम भट्ट शामिल हैं।

अन्य पार्टियों की स्थिति
डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (DPAP), आम आदमी पार्टी (AAP), और बैन जमात-ए-इस्लामी पार्टी ने भी अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की है। DPAP ने 25 अगस्त को अपनी पहली सूची में 13 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की, जबकि AAP ने अपनी पहली सूची में सात उम्मीदवारों को शामिल किया है। जमात-ए-इस्लामी पार्टी, जो एक प्रतिबंधित संगठन है, ने जम्मू-कश्मीर में सात सीटों पर निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है।

पिछला चुनाव और वर्तमान परिदृश्य
आखिरी बार 2014 में जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव हुए थे, जब यह एक पूर्ण राज्य था। उस समय भाजपा ने 25 सीटों पर जीत हासिल की थी और पीडीपी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। 2018 में गठबंधन टूटने के बाद राज्यपाल शासन और बाद में राष्ट्रपति शासन लागू हुआ। 2019 में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को दो केंद्र-शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया गया। अब, 10 साल बाद, जम्मू-कश्मीर में फिर से विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं।

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