सोनीपत: खांडा से निकली भाईचारे खुशखू से अदियाना महकता है
अदियाना गांव से आए चांद सिंह ने बताया कि खांडा गांव से भी उनके गांव की निकासी हुई है और वे दहिया गोत्र के पानीपत में रहने वाले हैं, जहां पर करीब 7 हजार मतदाता हैं।
- गांव खांडा और अदियाना 450 वर्ष से भाईचारा निभा रहे
सोनीपत, (अजीत कुमार): खरखौदा के खांडा गांव से झरोठ, झरोठी, आंनदपुर, गुढ़ा खेड़ा और अदियाना की निकासी हुई। अदियाना गांव, जो लगभग 450 वर्ष पहले पानीपत क्षेत्र में बसा था, इकलौता दहिया गौत्र का गांव है। पूर्व चेयरमैन राजबीर दहिया ने कहा कि खांडा से निकली भाईचारे खुशखू से अदियाना गांव आज भी महकता है।
पानीपत जिले के 10 बड़े गांवों में अदियाना का भाईचारा 450 सालों से बरकरार है। 1911 में खरखौदा में हुई बरोणा गांव की महापंचायत से लेकर अन्य दहिया खाप की पंचायतों में भी उनका एकता दिखाई देती है। 10 सदस्यीय दल झरोठ गांव में जिला परिषद चेयरपर्सन मोनिका दहिया और पूर्व चेयरमैन राजबीर दहिया के फार्म हाऊस पर पहुंचा, जहां उनका स्वागत किया गया। वे अपनी परंपरा निभाते हुए भविष्य में भी भाईचारा बनाए रखने का संकल्प लिए हुए हैं।
पूर्व चेयरमैन राजबीर दहिया ने बताया कि झरोठ, झरोठी और आनंदपुर गांव के लोग हर दूसरे-तीसरे महीने अदियाना जाकर अपने भाईयों से मिलते हैं। अदियाना गांव से आए चांद सिंह ने बताया कि खांडा गांव से भी उनके गांव की निकासी हुई है और वे दहिया गोत्र के पानीपत में रहने वाले हैं, जहां पर करीब 7 हजार मतदाता हैं। अदियाना के 19 पीढ़ियों के इतिहास में भाईचारा हमेशा कायम रहा है।
उन्होंने कहा कि जब भी वे खांडा आते हैं, उन्हें अपने बड़े भाईयों के घर आने की अनुभूति होती है और मन को शांति मिलती है। इस मौके पर अदियाना गांव से आए चांद सिंह दहिया, रामेंहर सिंह दहिया, सतपाल दहिया, संदीप दहिया, राजेंद्र सिंह, जयसिंह और शिव पाल दहिया सहित विभिन्न पदाधिकारी उपस्थित थे।
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