सोनीपत:  झुक कर चलना दृष्टि ऊपर रखना जीवन विकास का अमूल्य सूत्र: गुप्ति सागर

सोनीपत से चलकर पदयात्रा करते श्रावकों के साथ गुरुदेव गुप्ति सागर जी रविवार की सुबह पहुंचे हैं। दिल्ली हरियाणा, चंडीगढ और उत्तर प्रदेश से जैन श्रावक शामिल हुए। महाराज श्री ने दिव्य संदेश में कहा कि नीचे झुक कर चलना और दृष्टि को ऊपर रखना जीवन विकास का अमूल्य सूत्र है।

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गन्नौर (सोनीपत), अजीत कुमार: राष्ट्र संत शाकाहार प्रवर्धक महायोगी उपाध्याय डा. गुप्ति सागर जी महाराज का मंगल प्रवेश गन्नौर में हुआ है। महाराज श्री जैन तीर्थ गुप्ति धाम में 47वां चातुर्मास करेंगे। आगमन के प्रथम दिन श्रीपाल जैन की पुण्य तिथि पर आई कैंप लगाया गया।

Sonipat: Walking bent over, keeping the vision up is an invaluable formula for life development: Gupti Sagar.
सोनीपत: राष्ट्र संत शाकाहार प्रवर्धक महायोगी उपाध्याय डा. गुप्ति सागर जी महाराज का मंगल प्रवेश, उपाध्याय डा. गुप्ति सागर जी महाराज से आशीर्वाद लेते हुए ब्रह्मचारिणी रंजना शास्त्री, संघपति सुरेश जैन।

सोनीपत से चलकर पदयात्रा करते श्रावकों के साथ गुरुदेव गुप्ति सागर जी रविवार की सुबह पहुंचे हैं। दिल्ली हरियाणा, चंडीगढ और उत्तर प्रदेश से जैन श्रावक शामिल हुए। महाराज श्री ने दिव्य संदेश में कहा कि नीचे झुक कर चलना और दृष्टि को ऊपर रखना जीवन विकास का अमूल्य सूत्र है। भारत की यह संस्कृति रही है कि वह दूसरे को सहारा देते हुए दूर दृष्टि रखते हुए सदैव अग्रसर बने रहें। जैसे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी विनम्र हो, देश के विकास के लिए कठोर निर्णय लेते हुए मार्ग को सरल करा रहे हैं उसी तरह प्रत्येक व्यक्ति को निजी स्वार्थों को अलग रखकर सर्वजन हिताय व्यक्तित्व का विकास करना है।

Sonipat: Walking bent over, keeping the vision up is an invaluable formula for life development: Gupti Sagar.
सोनीपत: राष्ट्र संत शाकाहार प्रवर्धक महायोगी उपाध्याय डा. गुप्ति सागर जी महाराज का मंगल प्रवेश, उपाध्याय डा. गुप्ति सागर जी महाराज से आशीर्वाद लेते हुए ब्रह्मचारिणी रंजना शास्त्री, संघपति सुरेश जैन।

उन्होंने कहा कि जैसे अंगूर की बेल झूककर चलने से अपना नया मार्ग निकाल लेती है। मनुष्य को व्यक्तित्व विकास में वाणी की मधुरता, निरंतर उधमशीलता, हृदय की मुस्कराहट निहायत अनिवार्य है। व्यक्तित्व विकास के क्षणों में हृदय की विशालता, जाति, वर्ण, संप्रदाय, काले गोरे के भेद से दूर होकर, सदैव आगे बढते रहना है। मन से गिलानी के भाव को दूर रखें, सबके विकास में अपना विकास समझें, त्वरत गति से आगे बढते रहे यही जीवन को सुख और सफल व्यक्तित्व के रुप में स्थापित करेगा। संघपति सुरेश जैन ने बताया कि चातुर्मास कलस स्थापना दोपहर बाद एक बजे 21 जुलाई को की जाएगी। ब्रह्मचारिणी रंजना शास्त्री के मार्गदर्शक में कार्यक्रम किया जाएगा। पवन कुमार जैन गोधा प्रधान दिल्ली, एडवोकेट सुरेश जैन सोनीपत, मुकेश जैन मुक्कू, सौरभ जैन, हैप्पी नेस क्लब के सदस्य, अमित जैन ने महाराज श्री के परम आशीर्वाद से उनके पिता श्रीपाल जैन की पुण्य तिथि पर आई कैंप लगाया गया।

 

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