सोनीपत: डबरपुर में जश्न को माहौल एशियन गेम्स के पदक विजेता सुनील पहलवान का स्वागत
सुनील के स्वागत में मलिक खाफ दादा बलजीत सिंह मलिक के अलावा सुनील पहलवान के भाई जतिन, नितिन मलिक, भाभी किरण, बहन डा. रेणू, मामा देवेंद्र, डबरपुर के सरपंच सुनील सीला के साथ भारी संख्या में खेल प्रेमियों पदक विजेता पहलवान का शनदार स्वागत किया।
- सुनील के स्वागत के लिए गन्नौर, सांपला, रोहतक, निडानी, खरखौदा व दिल्ली से खेलप्रेमी डबरपुर पहुंचे
सोनीपत: हरियाणा के जिला सोनीपत के खंड गन्नौर के गांव डबरपुर के पहलवान सुनील मलिक का सोमवार को पैतृक गांव डबरपुर पहुंचने पर खेल प्रेमियों ने शानदार स्वागत किया। महिलाएं पुरुष ढोल बजाते नाचते गाते खुशी मनाते हुए जश्न का के माहौल में डबरपुर धरती पर अपने लाडले कांस्य पदक विजेता सुनील का शानदार स्वागत किया।
मेहर सिंह अखाड़ा रोहतक से कुश्ती के चीफ कोच रणबीर सिंह ढाका, नेवी के कोच कुश्ती कुलदीप, रवि कोच रोहतक, पहलवानों में कृष्णा पुरिया, डीएसपी जयभगवान, ओलंपियन हरदीप ढिल्लो, पूर्व विधायक पदक सिंह दहिया, भाजपा जिला अध्यक्ष तीर्थ, मन्नत ग्रूप ऑफ़ होटल्स के चेयरमैन देवेंद्र कादियान, निडानी के सरपंच दिलीप सिंह सांपला से देवेंद्र व नरेंद्र सिंह ने पहलवान सुनील मलिक को आशीर्वाद दिया।
चीन के हांगझोऊ में हुए एशियन गेम्स में 87 किलोग्राम भारवर्ग में देश का प्रतिनिधित्व करते हुए कांस्य पदक जीता है। सुनील के स्वागत में मलिक खाफ दादा बलजीत सिंह मलिक के अलावा सुनील पहलवान के भाई जतिन, नितिन मलिक, भाभी किरण, बहन डा. रेणू, मामा देवेंद्र, डबरपुर के सरपंच सुनील सीला के साथ भारी संख्या में खेल प्रेमियों पदक विजेता पहलवान का शनदार स्वागत किया।
महिलाएं नाचते हुए भक्तगीत गा रही थी, बच्चे पुष्प वर्षा कर रहे थे। स्वागत करने वालों ने नोटों व फूलों की माला से पहलवान को सम्मानित किया। सुनील की आंखों में लोगों से मिले अथाह प्रेम से खुशी की चमक थी।
सुनील के चीफ काेच रणबीर सिंह ढाका ने कहा कि यह पदक ग्रीको रोमण में देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है आने वाले समय सुनील स्वर्ण पदक लाने में सक्षम है। यह पदक भी 13 साल के बाद भारत को ग्रीको रोमन सुनील के द्वारा मिला है। पूरे गांव में जश्न का माहौल है सुबह से ही आने वालों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई हजारों लोगों ने डबरपुर पहुंच कर सुनील पहलवान को आशीर्वाद दिया हैं। इस गांव डबरपुर में सुनील पहले पहलवान हैं जो लगातार पदक लेकर आ रहे हैं। गांव में सुनील का स्वागत समारोह लगभग छह घंटे चला।
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