यमुना बनी आफत यमुना में पानी दाे किलोमटर अंदर खेतों में आया 5500 एकड़ खेत जलमग्न
सोनीपत क्षेत्र में आने से जाजल से टोंकी रोड पर पानी भरा जिससे रास्ता टूट है। गांव जाजल के पास बिजली लाइन में फाल्ट आ गया। शहर सोनीपत में पेयजल संकट हो गया है। गांव जाजल के रेनीवेल से आधे शहर में पीने के पानी की सप्लाई होती है।
- यमुना के साथ के गांव में अलर्ट जारी, पानी में फंसे 11 लोगों बचाया गया
- बिजली के 14 खंबे गिरे बिजली आपूर्ति बाधित सोनीपत शहर में पेयजल संकट गहराया
- हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा जा रहा पानी सोनीपत क्षेत्र में परेशानी का सबब बना
सोनीपत (नरेंद्र शर्मा परवाना): यमुना ने भंडारे को पार कर दो किलोमीटर अंदर खेतों में पानी पहुंच गया है। हथिनी कुंड बैराज से लगातार छोड़ा जा रहा पानी सोनीपत क्षेत्र में पहुंचने के बाद लगातार हालात बिगड़ने लगे हैं। बुधवार दोपहर बाद बेगा गन्नौर और मुरथल क्षेत्र के गांव मच्छरोला, भैरा बांकीपुर यमुना के पानी ने कटाव शुरु कर दिया है। इससे लगभग 30 गांवों में पानी का का जलजला फसलों को बहाने लग रहा है। गन्नौर से दिल्ली क्षेत्र तक का लगभग 5500 एकड़ रकबा पानी में डूब गया है।
हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा गया पानी 36 घंटे में गन्नौर सोनीपत क्षेत्र में पहुंचता है 11 जुलाई की सुबह 9 बजे 321000 क्यूसेक, 11 बजे 359000 क्यूसेक, सांय 4 बजे 249000 क्यूसेक, सांय 7 बजे 242213 क्यूसेक,सांय 08 बजे 237000 क्यूसेक, सांय 9 बजे 235000 क्यूसेक, जलस्तर 3 लाख 59000 क्यूसेक से घटकर बुधवार सुबह 10 बजे 01 लाख 49025 क्यूसेक व 11 बजे 1 लाख 13000 जलस्तर रह गया है। दोपहर 12 बजे 136000 क्यूसेक, दोपहर बाद 02 बजे 130604 क्यूसेक, सांय 05 बजे 127800 क्यूसेक पानी चल रहा है पानी चल रहा है पानी चल रहा पानी चल रहा है।
सोनीपत क्षेत्र में आने से जाजल से टोंकी रोड पर पानी भरा जिससे रास्ता टूट है। गांव जाजल के पास बिजली लाइन में फाल्ट आ गया। शहर सोनीपत में पेयजल संकट हो गया है। गांव जाजल के रेनीवेल से आधे शहर में पीने के पानी की सप्लाई होती है। सूचना मिलने के बाद गन्नौर के तहसीलदार मनोज कुमार, सिंचाई विभाग के एसई आरके बोडवाल व एक्सईएन गुलशन टीम के साथ मौके पर पहुंचे हुए हैं। एसई आरके बोडवाल ने बताया कि टीम लगातार यमुना क्षेत्र से लगते गांव के लिए बनाए गए बांध पर निरीक्षण कर रही है। कटाव की सूचना जहां पर मिल रही है उस पर काम तुरंत किया जा रहा है। 11 लोग व महिलाएं पानी में फंसे गांव से सरपंच के पति जयराम शर्मा व अन्य ग्रामीणों के सहयोग से जेसीबी की मदद ली और से कटाव रोका गया। प्रशासनिक अधिकारियेंा ने लोगों की मदद लेकर पानी में फंसे ग्रामीणों को बचा लिया गया।
यमुना क्षेत्र के बेगा, पीर गढी, गढी बिलंदा, पबनेरा, घसौली, दातौली, गांव दहिसरा, भैरा बांकीपुर, खुर्मपुर, मनौली, टोंकी, पबसरा, टांडा, झुंडपुर, जाजल, गढ़ मिरकपुर, नांदनौर, टिकौला आदि अलर्ट कर दिया है। बेगा के युनूस नंबरदार ने बताया कि इन गांवों के खेतों में लगभग 5500 एकड़ से अधिक में किसानों को फसल का नुकसान हुआ है।
गांव जाजल के पास पानी भरने से 14 खंभे टूट गए कई पेड़ गिर गए हैं। नगर निगम मेयर निखिल मदान ने यमुना के जाजल घाट पर निरीक्षण के बाद लोगों से अपील की है कि पानी का कम से कम प्रयोग करें। फिलहाल मुरथल में लगाए गए ट्यूबवेल से पेयजल की सप्लाई की जाएगी। जिन कॉलोनियों में ट्यूबवेल का पानी नहीं जाएगा वहां टेंकर भेजे जाएंगे।
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