सोनीपत: धर्मांतरण के खिलाफ बलिदान करने वालों को पुष्पांजलि अर्पित
गीता भवन स्थित गुरुद्वारे में हरियाणा प्रदेश वैश्य सम्मेलन की पहल पर विभिन्न वैश्य संस्थाओं द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भाई विजय सिंह वीर एवं सरबजीत सिंह के कीर्तन के माध्यम से सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह परिवार के बलिदान को याद किया गया।
सोनीपत: जबरन धर्मांतरण के खिलाफ अपना बलिदान देने वाले गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों फतेह सिंह एवं जोरावर सिंह को नमन करने के साथ-साथ उनके संस्कार के लिए 75 हजार स्वर्ण मुद्राएं देकर जमीन लेने वाले दीवान टोडर मल जैन को भी पुष्पांजलि अर्पित की गई।
गीता भवन स्थित गुरुद्वारे में हरियाणा प्रदेश वैश्य सम्मेलन की पहल पर विभिन्न वैश्य संस्थाओं द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भाई विजय सिंह वीर एवं सरबजीत सिंह के कीर्तन के माध्यम से सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह परिवार के बलिदान को याद किया गया। जिसमें विशेषकर फतेह सिंह ने 9 वर्ष की उम्र में तथा जोरावर सिंह ने 6 वर्ष की उम्र में धर्म परिवर्तन करने की बजाय दीवार में जिंदा चिन्ना स्वीकार किया जो आज लालच एवं स्वार्थ मय धर्म परिवर्तन करने वालों के लिए प्रेरणा है।
यही मिसाल मुगलों के भय के सामने घुटने टेकने की बजाए दीवान टोडर मल जैन ने पेश की। गुरुद्वारों में उपस्थित श्रद्धालुओं की आंखें इन महान बलिदानों की गाथा सुनकर आंखें नम हो गई। सिख समाज प्रधानमंत्री मोदी का भी वीर बाल दिवस घोषित करने का भार व्यक्त करता है। सभी ने कार्यक्रम के बाद सामूहिक रूप से गुरु का अटूट लंगर ग्रहण किया।
कार्यक्रम में पूर्व मंत्री कविता जैन, पार्षद सरदार मंजीत सिंह, परमजीत सिंह, मोहन सिंह मनोचा, मंजीत सिंह ढिल्लों, रविंद्र सिंह, अनिल गुप्ता, जगदीश जैन, नवीन मंगला, पवन गुप्ता, नितिन जैन, अतुल जैन, पवन जैन, राजेंद्र गोयल, पुरुषोत्तम शर्मा, डॉ अनिल जैन, रवि जैन, मनीष जैन, रेखा गर्ग, अर्जुन सिंह, गुरजीत सिंह, चरणजीत सिंह काफी संख्या में गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
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